
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महाकुम्भ नगर में पहुंचकर साधु-संतों से भेंट की. उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में अब तक विश्व के आधे से अधिक सनातन धर्मावलंबी स्नान कर चुके हैं, जो सनातन संस्कृति की अद्वितीय आस्था को दर्शाता है.
दोपहर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री सबसे पहले विष्णुस्वामी संप्रदाय की सतुआ बाबा पीठ गए जहां उन्होंने महामंडलेश्वर संतोषाचार्य ‘सतुआ बाबा’ से भेंट की. इसके बाद वे श्री कांची कामकोटि पीठ के सेक्टर 20 स्थित शिविर में पहुंचे और शंकराचार्य शंकर विजयेन्द्र सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया.
सनातन ही विश्व की आदर्श संस्कृति शंकराचार्य
शंकराचार्य शंकर विजयेन्द्र सरस्वती ने महाकुम्भ की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन सरकार और जनता की सहभागिता का अद्भुत उदाहरण है. सनातन संस्कृति ही विश्व की आदर्श संस्कृति है और महाकुम्भ इसका जीवंत प्रमाण है.
छह वरिष्ठ आईपीएस अफसरों ने संभाला मोर्चा
महाशिवरात्रि पर ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने को एक एडीजी व पांच आईजी स्तर के अधिकारियों को भेजा गया है. ये वरिष्ठ अधिकारी प्रयागराज की ओर आने वाले सात अलग-अलग मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था संभालेंगे. इनमें 2004 बैच के आईपीएस चंद्रप्रकाश को प्रयागराज-वाराणसी मार्ग की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
महाकुम्भ मेला का अंतिम सप्ताह चल रहा है. जैसे-जैसे मेला समापन की घड़ी नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे आस्था का जनसैलाब बढ़ता जा रहा है. मेला में रविवार को भीड़ इस कदर उमड़ी कि पैदल चलना भी मुश्किल रहा. वहीं चौबीस घंटों से हाईवे से लेकर शहर तक सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं.
शनिवार रात से ही दिल्ली, लखनऊ-रायबरेली- प्रयागराज राजमार्ग पर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, झारखंड समेत अन्य प्रदेशों से आने वाले वाहनों का तांता लगा है. पुलिस के आलाधिकारी तक स्थिति को नियंत्रित करने को सड़क पर उतर आए हैं. इसके बावजूद महाजाम से राहत नहीं मिल सकी है. प्रयागराज को जोड़ने वाली वाराणसी, जौनपुर, मिर्जापुर, रीवा-चित्रकूट, कानपुर, प्रतापगढ़ व कौशाम्बी हाईवे पर 20 से 25 किमी तक लंबा जाम लगा है. प्रयागराज के इंट्री प्वांइट से ही हाईवे पर वाहनों का रेला देखने को मिल रहा है. जाम से प्रयागराज शहर के अंदर भी स्थिति बेकाबू हो गई है. जाम में चारपहिया से लेकर दोपहिया वाहन तक फंसे हैं. यहां तक कि लोगों को पैदल चलने तक की जगह नहीं मिल रही है.
मध्य प्रदेश, छतीसगढ़, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र सहित कई प्रदेशों से आने वाली गाड़ियों को गौहनिया से करछना की तरफ डायवर्ट करने से रामपुर से करछना तक जाम लगा है. रीवा-प्रयागराज हाईवे और चित्रकूट हाईवे पर वाहनों के दबाव से जाम लगा है. गौहनिया से मध्य प्रदेश सीमा तक करीब 10 किमी वहीं बांदा राजमार्ग पर लंबा जाम लगा रहा.
नौवें दिन भी स्नानार्थियों की संख्या एक करोड़ पार
सनातन धर्म के इतिहास में सर्वाधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाले महाकुम्भ में आस्था का सैलाब रुकने का नाम नहीं ले रहा. रविवार को लगातार नौवें दिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाकर धन्य हो गए. रविवार को रात आठ बजे तक 1.32 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया.