
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास रहने वाले लोगों को शुक्रवार को खाने-पीने का सामान स्टॉक करने का निर्देश दिया गया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद यह अपील की गई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अनवर उल हक ने शुक्रवार को नियंत्रण रेखा के पास स्थित 13 निर्वाचन क्षेत्रों में दो महीने के लिए खाद्य आपूर्ति का भंडारण करने के निर्देश जारी किए गए हैं. हक ने कहा कि क्षेत्रीय सरकार ने 13 निर्वाचन क्षेत्रों में खाद्य, दवाइयां और अन्य सभी बुनियादी आवश्यकताओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक अरब रुपये का आपातकालीन कोष भी बनाया है. इलाकों में सड़कों की मरम्मत के लिए सरकारी और निजी मशीनरी भी तैनात की जा रही है. बता दें कि पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया.
नई दिल्ली ने इस्लामाबाद के खिलाफ कई सख्त कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं. इनमें 1960 के सिंधु जल समझौते को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने, अटारी इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद करने, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने, शामिल हैं. भारत के इन फैसलों के बाद पाकिस्तान ने शिमला समझौते को स्थगित करने और भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने, भारतीय नागरिकों के वीजा रद्दे करने जैसे कदम उठाए.
एक हजार मदरसे दस दिन के लिए बंद किए
इस्लामाबाद. भारत से तनातनी के बीच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में एक हजार से अधिक मदरसे अगले 10 दिनों के लिए बंद कर दिए हैं. स्थानीय अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की. सूत्रों ने बताया कि भारत के हमले के डर से मदरसों को बंद करने का फैसला किया गया है.
लगातार आठवें दिन पाक ने संघर्ष विराम तोड़ा
पाकिस्तान, भारतीय सेना के मुंहतोड़ जवाब के बाद भी सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन से बाज नहीं आ रहा. पाक ने लगातार 8वें दिन संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. शुक्रवार तड़के पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर में गोलीबारी की.