
भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या एक हजार के आंकड़े को पार कर गई है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को देश में कुल सक्रिय कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या 1011 हो गई है. इनमें से 752 नए मामले हाल ही में सामने आए हैं. सबसे अधिक केरल में 430 सक्रिय मरीज हैं.
महाराष्ट्र, दिल्ली तीसरे स्थान पर : कोरोना के सक्रिय मामलों में महाराष्ट्र दूसरे और दिल्ली तीसरे स्थान पर है. महाराष्ट्र में 209 सक्रिय मरीज हैं. जबकि दिल्ली में 104 कोरोना मरीज हैं. इसके बाद गुजरात में 87 और कर्नाटक में 47 मरीज कोरोना की चपेट में हैं. सोमवार को बिहार में दो मरीज मिले हैं.
ठाणे में युवक की मौत : कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ ही मौतों की खबरें भी आने लगी हैं. ठाणे में 21 साल के एक युवक की कोरोना से मौत हो गई. ठाणे नगर निगम ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज कलवा अस्पताल में इलाज करा रहे 21 साल के मरीज की मौत हो गई. मुंब्रा के 21 वर्षीय युवक को 22 मई को ठाणे के छत्रपति शिवाजी महाराज कलवा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने की थी समीक्षा :कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बीते शनिवार को समीक्षा बैठक की थी. मंत्रालय के अनुसार अधिकांश मामले हल्के हैं और घर पर ही उनका इलाज चल रहा है. देश में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और आईसीएमआर के माध्यम से सांसों से संबंधित बीमारियों की निगरानी की जा रही है.
छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गोवा में 1-1 केस
एम्स में भर्ती हुई यूपी के उरई की रहने वाली महिला
वैष्णो देवी यात्रा पर गई उत्तर प्रदेश के उरई की एक महिला में कोरोना का संक्रमण मिला है. यात्रा से लौटते समय उसे हालत बिगड़ने पर पठानकोट के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालत में सुधार न होने पर दिल्ली एम्स भेज दिया गया. एम्स में इलाज के दौरान कोविड की पुष्टि हुई. उरई निवासी 55 वर्षीय महिला दो मई को जम्मू-कश्मीर यात्रा पर गई थी. 18 मई को लौटते वक्त महिला को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. परिजन उसे पठानकोट के एक अस्पताल ले गए. यहां हालत में सुधार न होने पर उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया. एम्स में भर्ती कर उसका इलाज शुरू किया गया. जांच में कोरोना पॉजिटिव आने पर उसे आइसोलेट करा दिया गया. महिला की हालत अब सामान्य है. परिजनों को भी आइसोलेशन में रहते के लिए कहा गया है.
राजधानी में कोरोना के 104 सक्रिय मामले
राजधानी दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 104 हो गई है. पिछले एक सप्ताह के अंदर ही कोरोना के 99 सक्रिय मरीजों का इजाफा हुआ है.
राजधानी में 19 मई से 24 मई के बीच मामले अधिक बड़े हैं. हालांकि, इस बीच सप्ताहभर में 24 लोग ऐसे भी हैं जिन्हें कोरोना संक्रमण था लेकिन अब वे ठीक हो गए हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह का कहना है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, दिल्ली सरकार पूरी तरह तैयार है. स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि कोरोना के नए स्वरूप के कारण होने वाले कोविड में केवल वायरल बुखार के लक्षण हैं और उन्हें एहतियाती कदम के तौर पर अस्पतालों को भेजा गया है.
डरने की आवश्यकता नहीं : एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर नीरज निश्चल ने कहा है कि डरने की जरूरत नहीं है. अभी सर्विलांस जरूरी है. कोरोना के मरीज लक्षणों के आधार पर इलाज करा सकते हैं. इसके लिए बेवजह एंटीबायोटिक दवाएं लेने की जरूरत नहीं है. लक्षण गंभीर होने पर तुरंत अस्पताल जाना चाहिए.
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को सांस के सभी गंभीर मरीजों की कोरोना जांच करने के लिए कहा है. सर्विलांस बढ़ाने के लिए फ्लू जैसे लक्षण वाले कम से कम पांच फीसदी मरीजों की कोरोना जांच कराने को कहा गया है. सबसे अधिक 430 मामले केरल में सामने आए, बूस्टर डोज की जरूरत से विशेषज्ञों ने इनकार किया