
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने (NPCI) ने UPI से जुड़ी 10 जरूरी सेवाओं और फीचर की दैनिक सीमा तय करने का फैसला लिया है. इसके तहत यूपीआई ऐप से शेष राशि और लेनदेन की स्थिति जांचने जैसे काम ग्राहक दिनभर में सीमित संख्या में ही कर पाएंगे.
प्रस्तावित बदलावों के तहत, अब एक ग्राहक किसी भी एक ऐप से एक दिन में अधिकतम 50 बार ही शेष राशि (बैलेंस) जांच सकेगा. साथ ही व्यस्त समय में (सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे तक) के दौरान शेष राशि (बैलेंस) जांचने जैसे अनुरोधों को सीमित किया जाएगा या रोका जाएगा.
वहीं, बैंकों को अब हर सफल लेनदेन के बाद शेष राशि की जानकारी भेजनी होगी ताकि ग्राहक बार-बार उसकी स्थिति न जांचें. इसी के साथ यूपीआई ग्राहक एक दिन में केवल 25 बार ही यह देख पाएंगे कि उनके मोबाइल नंबर से कौन-कौन से बैंक खाते जुड़े हुए हैं.
सेवा बाधित होने के चलते फैसला : बताया जा रहा है कि यह फैसला यूपीआई सेवा के बार-बार बाधित होने के चलते लिया गया है. इससे यूपीआई नेटवर्क पर दबाव कम होगा और सेवा सुचारू होगी. बैंकों को ऑडिट रिपोर्ट भी देनी होगी.
ये बदलाव भी हुए
1. ऑटोपे मैंडेट : यूपीआई ऑटोपे मैंडेट्स केवल गैर-व्यवस्त घंटों में ही सक्रिय होंगे. व्यस्त घंटे सुबह 10 से दोपहर 1 बजे और शाम 5 से रात 9:30 बजे तक माने जाएंगे. इस अवधि में ऑटोपे मैंडेट्स निष्क्रिय रहेंगे.
2. स्थिति जांच में देरी: लेनदेन की स्थिति जांचने के लिए पहला अनुरोध मूल लेनदेन के 90 सेकंड बाद ही किया जा सकेगा. इसके बाद के अनुरोध 45 से 60 सेकंड के अंतराल पर किए जा सकते हैं.
3. खातों की सूची : उपयोगकर्ता प्रति ऐप प्रति दिन अधिकतम 25 बार ही अपने मोबाइल नंबर से जुड़े खातों की सूची प्राप्त कर सकेंगे.