अंतरिक्ष स्टेशन यात्रा पर हंस जैसा नन्हा जॉय भी क्रू मेंबर के साथ करेगा काम

अंतरारष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से जुड़ने से कुछ समय पहले एक्सियोम मिशन-4 के क्रू ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने हंस की तरह दिखने वाला जॉय नामक खिलौना पेश किया। आकार में बेहद छोटा और मुलायम जॉय अंतरिक्ष में जीरो ग्रेविटी इंडिकेटर के रूप में काम करेगा।
जीरो-ग्रेविटी इंडिकेटर एक वस्तु (अक्सर एक नरम खिलौना) होता है, जिसका उपयोग चालक दल के अंतरिक्ष मिशन के दौरान भारहीनता में परिवर्तन को देखने के लिए किया जाता है। एक्सिओम स्पेस द्वारा जारी एक वीडियो में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि जॉय ज्ञान और अनुग्रह का प्रतीक है। यह एक संयोग की तरह लग सकता है लेकिन मेरे लिए इसका गहरा अर्थ है – शांति, शक्ति और उद्देश्य।
एक्सिओम स्पेस वेबसाइट के अनुसार, यह जीरो-ग्रेविटी इंडिकेटर एक्सियोम-4 चालक दल के लिए एक साथी से कहीं अधिक है। इसे चालक दल द्वारा लॉन्च के तुरंत बाद एक संकेतक के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि वे माइक्रोग्रैविटी में स्थानांतरित हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करेगा, जॉय अपने बंधन से अलग हो जाएगा और तैरने लगेगा। इससे क्रू मेंबर्स को पता चल सकेगा कि अंतरिक्ष यान आधिकारिक तौर पर माइक्रोग्रैविटी में प्रवेश कर गया है।
हंस का चयन क्यों
हंस का चयन मनमाना नहीं था। चार अंतरिक्ष यात्रियों के दल ने मिलकर हंस को चुना। यह भारत, हंगरी, पोलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि इसका संबंध भारत के लिए बहुत गहरा है। भारतीय पौराणिक कथाओं में, हंस देवी सरस्वती का वाहन है, जो ज्ञान, शिक्षा और कला की देवी हैं। यह पक्षी पवित्रता, उत्कृष्टता और आध्यात्मिक अनुग्रह का प्रतीक है। जॉय सांस्कृतिक एकता का भी प्रतिनिधित्व करता है।