पेरिस . आलू लोगों के भोजन का एक प्रमुख हिस्सा है. लेकिन, फ्रांस में आलू की सबसे महंगी प्रजाति उगाई जाती है जो 40 से 50 हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकती है. इस अनूठे आलू का नाम ले बोनोटे है.
खास बात यह है कि यह साल में केवल 10 दिनों के लिए उपलब्ध होती है. फ्रांस में इले डी नोइर्मौटियर द्वीप पर खेती की जाती है. यहां के 50 वर्ग मीटर की रेतीली भूमि पर इसे उगाया जाता है. इसके अलावा समुद्री शैवाल का उपयोग प्राकृतिक उर्वरकों के रूप में किया जाता है. यह इसे दुनिया का सबसे महंगा आलू बनाता है.
बिना छीले खाए जाते हैं ले बोनोटे आलू में नींबू, नमक के साथ अखरोट का मिलाजुला स्वाद मिलता है. द्वीप पर होने वाली आलू की कुल दस हजार टन फसल में केवल सौ टन ला बोनेट आलू चुने जाते हैं. इन आलूओं को छिलके के साथ सेवन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसमें मिट्टी और समुद्री जल की विशिष्ट सुगंधों और स्वादों को अवशोषित करने की अनूठी क्षमता होती है.