बस की सुविधा और स्टायफंड देने की मांग
महासमुंद. जीएनएम द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने कलेक्टर से बस की सुविधा प्रदान करने और स्टायफंड देने की मांग की है. छात्राओं ने इसके लिए कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा.
जीएनएम की छात्राओं ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है. अपनी सुविधा से खैरा और खरोरा लगभग पांच किमी क्लीनिकल ड्यूटी के लिए जाना पड़ता है. इसमें प्रतिमाह लगभग 1500-2000 रुपए खर्च हो जाते हैं.
इसके अलावा मेस की फीस भी 2 हजार रुपए है. इसके अलावा अन्य खर्चे मिलाकर 9 हजार रुपए प्रतिमाह प्रति छात्र का खर्च हो रहा है. कई बार समय पर बस या ऑटो भी नहीं मिलते हैं.
जिसके कारण छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. साधन नहीं होने के कारण समय पर क्लीनिकल ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाते हैं. जीएनएम की छात्राओं ने बताया कि छात्राओं को स्टायफंड के रूप में प्रतिमाह 1500 रुपए निर्धारित है, लेकिन पांच महीने के 7500 रुपए ही मिले हैं. छात्राओं को प्रवेश लिए डेढ़ साल से ज्यादा हो चुके हैं.
छात्राओं की ड्यूटी भी तीनों शिफ्ट में लगा दी जाती है. छात्राओं को खैरा से कई बार ऑटो नहीं मिल पाते हैं. आने-जाने में परेशानी होती है. इस रोड पर शाम होते ही ज्यादा परेशानी होती है.
कई छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आती हैं. द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने बस की सुविधा और स्टायफंड देने की मांग की है. ज्ञापन देने के लिए बड़ी संख्या में छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंची थीं.