स्वदेशी चिप का उत्पादन अगले वर्ष के अंत तक शुरू होगा
अगले वर्ष के अंत तक देश में पहली स्वदेशी चिप की आपूर्ति होने लगेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारत में 1.25 लाख करोड़ रुपये की लागत वाले तीन सेमीकंडक्टर केंद्रों की आधारशिला रखी. इन केंद्रों में दो गुजरात और एक असम में है.
टाटा कंपनी असम के मोरीगांव और गुजरात के धोलेरा में चिप निर्माण करेगी. गुजरात के साणंद में सीजी पावर कंपनी सेमीकंडक्टर का प्लांट लगा रही है. टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2026 की शुरुआत में चिप का उत्पादन शुरू करने का है. असम में यह काम पहले भी किया जा सकता है. हम असम में 2025 के अंत तक व्यावसायिक उत्पादन शुरू कर सकते हैं.
पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा गुजरात और असम में तीन सेमीकंडक्टर केंद्रों की ऑनलाइन माध्यम से आधारशिला रखने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा. मोदी ने पिछली सरकारों पर देश की क्षमता, प्राथमिकताओं और भविष्य की जरूरतों को नहीं समझने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश सेमीकंडक्टर क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
धोलेरा में अलगे वर्ष उत्पादन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के धोलेरा संयंत्र से सेमीकंडक्टर का उत्पादन दिसंबर, 2026 से होने लगेगा. सेमीकंडक्टर की जरूरत खासतौर पर वाहन,मोबाइल फोन, फ्रिज, एसी, विमान, ट्रेन और और चिकित्सा सहित कई क्षेत्रों में पड़ती है.
हम इलेक्ट्रॉनिक चिप के बिना 21वीं सदी की कल्पना नहीं कर सकते. मेड इन इंडिया और डिजाइन इन इंडिया चिप भारत को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने की बड़ी क्षमता पैदा करेंगी. नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री