CG Big Breaking: रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल के बहुचर्चित डीएमएफ (जिला खनिज निधि) घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बुधवार को प्रदेशभर में 12 जगहों पर एक साथ छापेमारी शुरू कर दी। यह कार्रवाई रायपुर (5 ठिकाने), दुर्ग (2), राजनांदगांव (4) और कुरूद (1) पर केंद्रित है।
छापे मुख्य रूप से सरकारी सप्लायरों और प्रमुख कारोबारियों के ठिकानों पर पड़े। राजनांदगांव (पूर्व नाम नांदगांव) के नाहटा, भंसाली और अग्रवाल समेत कई व्यापारियों के नाम प्रमुखता से सामने आए हैं। जांच एजेंसियों को शक है कि खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए आवंटित करोड़ों की डीएमएफ फंड में भारी अनियमितता, फर्जी बिलिंग और कमीशनबाजी हुई।
पिछली कार्रवाइयों में निलंबित आईएएस रानू साहू, सौम्या चौरसिया, जनपद सीईओ और कारोबारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी ने भी 90 करोड़ से अधिक के घोटाले का खुलासा किया है। आज की रेड से महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड जब्त हो रहे हैं।



















