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Adani Enterprises को दिसंबर तिमाही में हुआ 820 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ, 42 प्रतिशत बढ़ा राजस्व

अदाणी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) को दिसंबर तिमाही में 820.06 करोड़ का शुद्ध् लाभ हुआ है। एक साल पहले इसी समयावधि के दौरान कंपनी को 11.63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

कंपनी का राजस्व भी 42 प्रतिशत बढ़कर 26,612.33 करोड़ रुपये हो गया। टाप लाइन और मुनाफे में सबसे बड़ा योगदान कर पूर्व लाभ का रहा, जो 370 प्रतिशत बढ़कर 669 करोड़ रुपये हो गया। खनन और नवीकरणीय ऊर्जा से होने वाला मुनाफा भी बढ़कर तीन गुना हो गया है।

एयरपोर्ट कारोबार का राजस्व दोगुना हुआ है और इससे होने वाले मुनाफे में 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कुल खर्च भी 37 प्रतिशत बढ़कर 26,171.18 करोड़ रुपये हो गया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से समूह दबाव में है। वित्तीय शोध कंपनी ने समूह पर कंपनियों के शेयरों की कीमतों में हेराफेरी का आरोप लगाया है। वहीं अदाणी समूह ने यह भी कहा है कि उसको कर्ज संबंधी किसी तरह की दिक्कत नहीं है और हाल-फिलहाल इस तरह के कोई बांड नहीं हैं, जिनकी मेच्योरिटी होनी है।

बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव अस्थायी

अदाणी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा है कि अदाणी एंटरप्राइजेज विस्तार और विकास के दोहरे उद्देश्यों पर काम करना जारी रखेगा। समूह की मौलिक ताकत मेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को समयबद्ध् तरीके से पूरा करना है और वैश्विक नियमों के तहत उनका संचालन करना है। एईएल को सबसे ज्यादा मुनाफेवाला कोर सेक्टर बिजनेस बनाने की क्षमता से संकेत मिलता है कि समूह की शक्तियों का उपयोग करने की हमारी रणनीति निवेशकों के हित में है। हमारी सफलता सख्त विनियामक अनुपालन, लगातार अच्छे प्रदर्शन और ठोस नकदी प्रवाह पर टिकी है।

स्वतंत्र आडिट के लिए ग्रांट थार्नटन की नियुक्ति

अदाणी समूह ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करने और निवेशकों व प्रवर्तकों को आश्वस्त करने के उद्देश्य से अपनी कुछ कंपनियों के हिसाब-किताब की स्वतंत्र जांच (आडिट) कराने के लिए लेखाकार फर्म ग्रांट थार्नटन को नियुक्त किया है। सूत्रों के मुताबिक आडिट में शुरुआत में आरबीआइ जैसे नियामकों को यह प्रदर्शित करने के लिए है कि समूह ने कुछ भी छिपाया नहीं है और उसने सभी संबद्ध नियमों का पालन किया है।

आडिट में विशेष रूप से यह देखा जाएगा कि फंड में किसी तरह की अनियमितता है और क्या कर्ज का उपयोग उसके अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए किया गया है, जिसके लिए यह लिया गया हो। सूत्रों ने बताया कि आडिट इसकी पूरी जांच करेगा कि खातों में कोई गड़बड़ी नहीं है और परियोजनाएं सही दिशा में हैं, जिसके बारे में निवेशक जानना चाहते हैं।

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