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Amritpal Singh हुआ गिरफ्तार, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इस खतरनाक प्लान का खुलासा हुआ

शहर दर शहर पुलिस को चकमा देने वाला खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) का चीफ अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) आज गिरफ्तार कर लिया गया है. जान लें कि अमृतपाल सिंह पिछले 36 दिन से फरार चल रहा था. अमृतपाल सिंह ने अपने एक सपोर्टर की रिहाई के लिए बीते 23 फरवरी को पंजाब के अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला किया था. देश विरोधी सोच वाले खालिस्तान अमृतपाल सिंह पर रासुका (NSA) के तहत मामला दर्ज है. अमृतपाल को आज फ्लाइट के जरिए डिब्रूगढ़ ले जाया जा रहा है. इस बीच, अमृतपाल सिंह और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के खतरनाक प्लान का खुलासा हुआ है. आइए इसके बारे में जानते हैं.

आईएसआई का खतरनाक प्लान!

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का प्लान ये था कि अमृतपाल के जरिए वारिस पंजाब दे को खड़ा करना है. फिर सिख चरमपंथियों को वारिस पंजाब दे से जोड़ना है. लोकसभा चुनाव में इस संगठन के लोगों को संसद में पहुंचाना है. इसके बाद इनके जरिए संसद में खालिस्तान की आवाज बुलंद करना है. सिख फॉर जस्टिस के कमजोर पड़ने के बाद वारिस पंजाब दे के नाम पर बड़ा फ्रंट खड़ा करना है.

सरेंडर को क्यों मजबूर हुआ अमृतपाल?

ये भी जानकारी सामने आई है कि अमृतपाल सिंह ने खुद पुलिस के सामने सरेंडर किया. अमृतपाल सिंह पर सिख जत्थेदारों ने सरेंडर के लिए दबाव बनाया. परिवार के लोगों के जरिए अमृतपाल सिंह पर दबाव बनाया गया. हाल ही में अमृतपाल सिंह की पत्नी को लंदन जाने से रोक गया था, माना जा रहा है कि इसके बाद अमृतपाल सिंह दबाव में आ गया.

पुलिस के रडार पर कैसे आया अमृतपाल?

गौरतलब है कि अजनाला कांड के बाद से ही अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस के रडार पर आ गया था. हालांकि, पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल को अरेस्ट करने के लिए घेराबंदी की थी, पर अमृतपाल चकमा देकर फरार हो गया था. अमृतपाल सिंह भेष बदलकर घूम रहा था. उसके पंजाब के अलग-अलग शहरों और दिल्ली व उत्तराखंड में होने की खबरें मिली थीं. आखिरकार अमृतपाल सिंह पंजाब के मोगा में पकड़ा गया. उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.

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