
नई दिल्ली. अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के गुरुवार को भारत के तटीय क्षेत्रों से टकराने की आशंका है. इसके संभावित नुकसान को कम करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है.
गुजरात के कच्छ क्षेत्र, महाराष्ट्र और राजस्थान के अलावा दक्षिण पाकिस्तान के तटीय इलाकों से बिपारजॉय टकराएगा. मौसम विभाग ने बताया कि इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से तेज हवा चलने के आसार हैं. चक्रवात से बचाने के लिए गुजरात के तटीय इलाकों के 50 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है.
रक्षा मंत्री ने निर्देश दिए इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से चर्चा की और बिपारजॉय के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्रत्त् बलों की तैयारियों को लेकर निर्देश दिए. राजनाथ ने कहा कि सशस्त्रत्त् बल किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. वहीं, चक्रवात की वजह से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना दौरा स्थगित कर दिया है.
तीव्रता में कमी संभव भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया, बिपारजॉय गुरुवार की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरेगा. तीव्रता पर नजर डालें तो चक्रवात थोड़ा और कमजोर हो गया है. लेकिन, यह गुरुवार को सुबह से शाम तक 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तट से टकराएगा. चक्रवात के प्रभाव से सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों में ऊंची समुद्री लहरें उठने और क्षेत्र के जलमग्न होने जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं.
रेलवे सतर्कता बरत रहा चक्रवात का असर रेलगाड़ियों के परिचालन पर हो सकता है. पश्चिमी रेलवे ने एहतियातन गुजरात में 15 जून तक 95 ट्रेनों को रद्द कर दिया था. इसके अलावा तटीय इलाकों से गुजरने वाली सभी ट्रेनें गुरुवार को रद्द रहेंगी.
आपात स्थिति में मदद के लिए कई टीमें तैनात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि किसी भी आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्यों के लिए नौसेना, सेना और बीएसएफ भी तैयार हैं. इसके अलावा एनडीआरएफ की 15 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को तैनात कर दिया गया है.