गुरुग्राम . गुरुग्राम के सेक्टर-68 के माहिरा प्रोजेक्ट में फ्लैट की बुकिंग रद्द होने और लोन की किस्त के लिए निजी बैंक के द्वारा मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर एक महिला ने मुंबई में खुदखुशी करने का प्रयास किया. आरोप है कि बिल्डर पैसे नहीं लौटा रहा था.
इस घटना के बाद माहिरा बिल्डर ने तुरंत चार लाख रुपये फ्लैट के वापस कर दिए. बाकी रकम एक महीने के अंदर देने की बात कही है. इस मामले में माहिरा होम्स कंपनी के प्रबंध निदेशक का पक्ष जानने के लिए फोन से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. सेक्टर-68 माहिरा प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदने वाली शिखा के पति विनोद कुमार कुशवाहा ने बताया कि वह मूलरूप से बलिया के रहने वाले हैं. उन्होंने 2018 में महिरा प्रोजेक्ट में दो बेडरूम के फ्लैट 24.50 लाख रुपये में बुक कराया था. अभी मुंबई में नौकरी करते हैं. विनोद ने बताया कि उन्होंने गुरुग्राम के एक निजी बैंक से लोन लिया था. बुकिंग के तीन साल बाद बिल्डर ने नौ लाख रुपये मांगा. न देने पर बिल्डर ने फ्लैट की बुकिंग रद्द कर दी, लेकिन लोन की किस्त के लिए बैंक वाले परेशान करते रहे.