कोरोना के नए वेरिएंट पिरोला (वैज्ञानिक नाम बीए.2.86) से दुनियाभर में संशय की स्थिति है. अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि दुनिया के कई देशों में कोरोना का ये नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है. अमेरिका, ब्रिटेन और चीन में संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर पिरोला स्वरूप कोरोना को कारण माना जा रहा है.
पिरोला स्वरूप हल्का वेरिएंट रिपोर्ट के अनुसार कोरोना का नया वेरिएंट पिरोला पुराने वेरिएंट की तुलना में हल्का है. पहली और दूसरी लहर में दुनियाभर में मौतों का बड़ा कारण रहे डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ये कमजोर दिख रहा है. वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर पवित्रा वेंकटगोपालन का कहना है कि पिरोला स्वरूप में कई बदलाव है.
प्रधानमंत्री ले चुके हैं बैठक दुनिया और देश में कोरोना की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को समीक्षा बैठक की थी. बैठक में प्रधान सचिव पीके मिश्रा भी शामिल थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना के नए स्वरूप पर नजर रखे हुए है. अभी इसके मामले बहुम कम हैं. ये कितना आक्रामक होगा इसपर टीम नजर रख रही है.
मलेरिया और डेंगू की वैक्सीन जल्द पूनावाला
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक साइरस पूनावाला ने घोषणा की कि कंपनी जल्द ही मलेरिया के लिए टीके जल्द लांच करेगी. उन्होंने कहा कि कंपनी डेंगू के लिए भी टीका जल्द तैयार कर रही है. पूनावाला ने बताया कि ये टीके न केवल भारत में बल्कि अफ्रीका में भी मददगार होंगे जहां ऐसे मामले अधिक देखे जाते हैं. पूनावाला ने कहा कि एसआईआई डेंगू के लिए एक टीका भी जल्द तैयार कर रहा है, जो एक अन्य वायरल संक्रमण है. यह संक्रमण एडीज मच्छरों के लार्वा से लोगों में फैलता है.