कानपुर . कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का हैलट अस्पताल एक बार फिर विवादों में है. यहां थैलेसीमिया पीड़ित 14 बच्चों को खून चढ़वाने के बाद हेपेटाइटिस और एचआईवी संक्रमण लगने की बात प्रकाश में आई है.
उधर, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य प्रो. संजय काला ने दावा किया है कि 2019 के बाद ऐसा एक भी मामला नहीं है. यह नए मामले नहीं हैं. भ्रामक आंकडे़ं सार्वजनिक करने पर बाल रोग विभाग प्रमुख डॉ. अरुण आर्या पर अनुशासनिक कार्रवाई को लिखा गया है. हैलट के बाल रोग विभाग में थैलेसीमिया सेंटर है, जहां बच्चों को खून चढ़ाया जाता है. इन बच्चों को कोई दूसरा संक्रमण तो नहीं लगा, यह देखने को स्क्रीनिंग होती रहती है.
विभाग के प्रमुख डॉ. अरुण आर्या ने दो दिन पहले कुछ आंकड़े सार्वजनिक किए. उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग में 12 बच्चे हेपेटाइटिस और दो एचआईवी पाजिटिव पाए गए हैं. इन्हें खून चढ़वाने से संक्रमण हुआ. बुधवार को इन आंकड़ों के आधार पर विपक्ष ने सरकार को घेर लिया. शासन तक हड़कंप मचा तो मेडिकल कॉलेज प्राचार्य संजय काला ने जांच-पड़ताल के बाद मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि यह आंकड़े गलत व भ्रामक हैं. 2019 के बाद से स्क्रीनिंग में एक भी बच्चा संक्रमित नहीं पाया गया.