
बदायूं. उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के सिविल लाइंस क्षेत्र में एक विवाहिता के शव के पोस्टमार्टम के बाद उसकी आंख गायब होने के मामले में बुधवार को अन्त्य परीक्षण करने वाली टीम के दो प्रमुख डॉक्टरों (डॉ. आरिफ और डॉ. ओवैस) को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि अलापुर थाना इलाके के गांव कुतरई निवासी गंगा चरण की बेटी पूजा (20) का शव मुजरिया थाना इलाके के रसूला गांव में स्थित उसकी ससुराल में गत रविवार को फांसी से लटकता पाया गया था. पूजा के मायके के लोगों ने दहेज की मांग पूरी नहीं होने के कारण उसकी हत्या किये जाने का आरोप लगाया था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने सोमवार को पूजा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. पोस्टमार्टम के बाद शव को काले बैग में रखकर परिजनों को दे दिया गया था. आरोप है कि सोमवार शाम जब परिजनों ने बैग खोलकर शव को देखा तो उसकी दोनों आंखे गायब थीं. आक्रोशित परिजनों ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों पर आंखे निकालने का आरोप लगाया था. इस मामले में पूजा के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों आरिफ और ओवैस के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.