भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड फोरम में लैपटॉप, कंप्यूटर और IT हार्डवेयर्स की आयात नीति पर चर्चा होगी
नई दिल्लीः लैपटॉप, कंप्यूटर और आईटी हार्डवेयर के लिए आयात निगरानी तंत्र लागू करने के भारत के निर्णय पर इस हफ्ते होने वाली व्यापार नीति फोरम की बैठक में अमेरिका के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान चर्चा हो सकती है. भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंता का हवाला देते हुए IT उपकरणों के आयात के लिए निगरानी व्यवस्था लागू किए पर अपना रुख स्पष्ट किया है. इसके बावजूद अमेरिका ने एक बार फिर से इस निर्णय के पीछे के तर्क पर स्पष्टीकरण की मांगा है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘अमेरिका इस तरह की व्यवस्था बनाने की आवश्यकता को समझना चाहता है और इस कदम की तार्किकता स्पष्ट करने की मांग की है. हम व्यापार नीति फोरम की बैठक में एक बार फिर अपने रुख के बारे में उन्हें अवगत कराएंगे.’
इस साल अगस्त में सरकार ने आईटी हार्डवेयर से संबंधित विभिन्न उत्पादों के आयात को ‘पाबंदी’ के दायरे में लाने की योजना की घोषणा की थी. हालांकि उद्योग द्वारा लाइसेंस राज की वापसी की आशंका को लेकर चिंता जताए जाने के बाद इस निर्णय को 30 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया गया था.
इसके बाद अक्टूबर में रुख थोड़ा नरम करते हुए सरकार ने कहा कि लैपटॉप तथा अन्य IT हार्डवेयर के आयात को प्रतिबंधित नहीं किया जाएगा बल्कि इसके लिए नई स्व-चालित आयात प्रमाणन प्रणाली (contactless import authorisation system) लागू की जाएगी.
आगामी शुक्रवार को भारत-अमेरिका व्यापार नीति फोरम की 14वें मंत्री-स्तरीय बैठक में इस मसले पर गहन चर्चा हो सकती है. इस बैठक की अध्यक्षता अमेरिका की व्यापार मंत्री (United States Trade Representative -USTR) कैथरीन ताई (Katherine Tai) और भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल करेंगे.