गाड़ियों के फ़ास्टैग में हेराफेरी, कंपनी को 1.70 हजार का चूना
रायपुर: पूरे देश के टोल नाका में फास्टैग के माध्यम से रोड टैक्स लिया जा रहा है, लेकिन अब इसमें भी फर्जीवाड़ा होना शुरु हो गया है. तेलीबांधा थाना में फास्टैग बनवाने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है.
आरोपी ने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताते हुए 1 लाख 70 हजार ले लिए. अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटिक प्रा.लि.ऐश्वर्या चेम्बर तेलीबांधा से गोपाल वर्मा ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि अग्रवाल ग्लोबल कम्पनी की 80 गाडियों का फास्टैग का काम लोजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड से कराती है.
कंपनी के कर्मचारी नरेन्द्र कुमार निषाद ने 80 गाड़ियों के साथ और 100 फर्जी गाड़ियों का फास्ट टैग किया है, कंपनी को 1 लाख 70 हजार का नुकसान हुआ है. नरेन्द्र कुमार ने बिना बताए अन्य गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन कर फास्टैग बनाकर फर्जी आर बुक में बदलकर कंपनी से धोखाधड़ी करता रहा है.