केंद्र सरकार कामगारों व श्रमिकों को ध्यान में रखते हुए 100 अमृत भारत ट्रेनें (पुल-पुश तकनीक) चलाने की योजना बना रही है. इसके तहत सरकार 200 लोकोमोटिव व 2200 कोच का निर्माण करेगी. सरकार एलएचबी तकनीक कोच युक्त मौजूदा मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के स्थान पर अमृत भारत ट्रेनों को बढ़ावा दे रही है.
अमृत भारत ट्रेन में मौजूदा मेल-एक्सप्रेस की तरह झटके नहीं लगते हैं औेर इसमें सुविधाएं अधिक हैं. हालांकि इसका किराया 15 फीसदी अधिक है. रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में देशभर के 100 प्रमुख रेलमार्गों पर अमृत भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी. प्रधानमंत्री मोदी ने गत सप्ताह दरभंगा-आनंद विहार वाया अयोध्या व मालदा टाउन-बेगलुरू के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है. इसके पश्चात रेलवे 100 रेलमार्गों पर 100 अमृत भारत ट्रेनें चलाने की तैयारी की है. इन ट्रेनों को चलाने के लिए 2200 कोच व 200 लोकोमोटिव (इंजन) का निर्माण किया जाएगा. रेल कोच फैक्टी, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चैन्नई में कोच व चितरंजन लोकोमोटिव वकर्स पश्चिम बंगाल में लोकोमोटिव बनाए जाएंगे.
क्या है पुश-पुल तकनीक
पुश-पुल तकनीक में ट्रेन के दोनों सिरों पर लोकोमोटिव का उपयोग ए किया जाता है. आगे का इंजन ट्रेन खींचता है और पीछे का इंजन धक्का लगाता है. ट्रेन को आगे के इंजन से लोको पॉयलेट कमांड करते हैं.