रायपुर: पति ने कहा मेरे कार्य में दखल न दो, पत्नी बोली- मेरा दहेज वापस करो
रायपुर. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने गुरुवार को महिला उत्पीड़न से जुडे मामलों की सुनवाई की. इस दौरान दो मामलों में पति-पत्नी एक दूसरे से अलग रहते हैं, जिसमें एक तो सामाजिक बैठक कर महिला को 2 वर्ष पहले छोड़ चुका था. वहीं दूसरे प्रकरण में राज्य से बाहर काम करने वाला पति पत्नी को अपने साथ नहीं रखना चाहता है.
महिला ने आयोग के समक्ष बताया कि उसकी शादी 2015 में हुई. तब से उनका पति दूसरे राज्य में कार्य कर रहा है. फिलहाल वह अभी मायके में रह रही है. पति अपने साथ ले जाते थे, फिर वापस लाकर छोड़ देते थे. हमारे कार्य को लेकर झगड़ा भी हुआ. पति हमेशा कहते थे कि मेरे कार्य के बारे में कुछ मत कहा करो, मुझे अपनी जिंदगी जीना है. अब हम अलग रहना चाहते हैं, पर शादी का सामान हमें पूरा वापस कर दें. इस पर अभी दोनों ने कुछ दिनों का समय मांगा है.
दूसरे प्रकरण में दो वर्ष पहले एक युवक ने शादी की थी, जिसके बाद उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया. पत्नी ने आयोग के समक्ष बताया कि समाज के कुछ लोगों ने बैठकर दबाव पूर्ण तरीके से अलग रहने के हस्ताक्षर करा लिए हैं, तब से हम लोग अलग रह रहे हैं. इस पर अध्यक्ष ने समाज के लोगों को फटकार लगाई. साथ ही युवक ने आयोग के समक्ष माफी मांगी.