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राम मंदिर के साथ नई अयोध्या का दर्शन होगा

अयोध्या . मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान शुरू होने के साथ ही मुख्य आयोजन की तैयारियां भी अपने अंतिम चरण में पहुंच गई हैं. सुंदर प्रवेश द्वार, साफ-सुथरी और चौड़ी सड़कें, सड़क पर चमचमाते सूर्य स्तंभ, म्यूरल पेंटिंग, निर्मल सरयू, साफ-सुथरे आकर्षक तट, राम की पैड़ी का सुंदरीकरण, सब कुछ यहां आने वालों को आकर्षित करने के लिए काफी है. एक ही पैटर्न पर बनाई गई दुकानें भी नई अयोध्या के दर्शन कराएंगी. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ तैयारियों का निरीक्षण भी किया.

अयोध्या में घुसते ही चौड़ी सड़क लोगों का स्वागत करती है. इसके बीच में लगे सूर्य स्तंभ रात में रामनगरी की सुंदरता दोगुना कर रहे हैं. प्रवेश द्वार देखकर अहसास हो जाता है कि नई अयोध्या में प्रवेश कर रहे हैं. किनारे की दीवारों पर भगवान राम के अलग-अलग प्रसंगों से जुड़ी पेंटिंग और आकृतियां लोगों को आकर्षित कर रही हैं.

साफ-सुथरे घाट, सरयू में चलेगी बोट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर सरयू की स्वच्छता के साथ ही साथ-सुथरे घाटों का निर्माण कराया है. यहां ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि पूरे साल सरयू का जल घाटों पर बना रहे. इसके लिए विशेषज्ञों की टीम लगी हुई है. अब सरकार क्रूज और बोट भी चलाने जा रही है.

लता चौक बना अयोध्या का केंद्र बिंदु सरयू घाट से राम मंदिर जाने वाले चौराहे पर बड़ी सी वीणा लगी हुई है. इसे लता मंगेशकर चौक या वीणा चौक भी कहा जाता है. आजकल यह चौक अयोध्या का केंद्र बिंदु बना हुआ है. यहां शासन-प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ मीडिया का भारी जमावड़ा लगा रहता है. विशिष्ट अतिथियों के साथ ही आम लोग यहां वीणा के साथ सेल्फी ले रहे हैं.

राम मंदिर तक छात्र बना रहे रंगोली लता चौक पर इस समय विभिन्न तरह की गतिविधियां संचालित हो रही हैं. ललित कला विभाग के छात्र यहां से लेकर राम मंदिर तक सड़क पर रंगोली बना रहे हैं. चौराहे के आस-पास चाय-नाश्ते की दुकानों के कारण यहां भारी चहल पहल रहती है.

पर्यटकों को अपनी ओर खींच रही राम की पैड़ी राम की पैड़ी की सुंदरता लोगों को आकर्षित कर रही है. यह पुरानी अयोध्या के साथ ही नव्य अयोध्या के वैभव का भी सबसे अहम पड़ाव है. यह श्रद्धा का केंद्र तो है ही, सुकून से परिवार संग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते हुए वक्त बिताने का मनोरम स्पॉट भी है. यहां आर्टिफिशियल चैनल के जरिए सरयू का पानी लाया गया है.

जुट रही लोगों की भीड़ यूपी सरकार ने 105.65 करोड़ रुपये से यहां जीर्णोद्धार के कई काम किए हैं. इन दिनों राम की पैड़ी पर विभिन्न चैनलों के स्टेज बने हुए हैं, जहां कई तरह के कार्यक्रम, लोगों के साक्षात्कार, साधु संतों से चर्चा की जा रही है. इसे देखते हुए यहां काफी भीड़ भी जुट रही है.

जन्मभूमि पथ संस्कृति से परिचित करा रहा

राममंदिर तक पहुंचाने वाले जन्मभूमि पथ पर पग-पग पर देश की लोक परम्परा व संस्कृतियों के दर्शन होते हैं. मंदिर में दर्शन के लिए जाने वाले लोगों की वेश-भूषा, भाषा व व्यवहार विभिन्न शैली को समाहित करते हुए दिखाई देता है.

माथे पर राम नाम अंकित

जन्मभूमि पथ के बाहर तिलक लगाने के लिए भगवा कपड़ों में विद्यार्थी भी दिखाई दे जाएंगे, जो विभिन्न आकार व तरीके से राम का नाम माथे पर तिलक रूप में बना देते है. इनसे बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने माथे पर राम का नाम अंकित करवाते रहते हैं. समूहों में मंदिर जाते वक्त लोग रामायण के विभिन्न कांडों का चित्रण अपनी भाषा में करते दिखाई देते हैं.

आज का आयोजन

● अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान शुरू हो गए हैं. बुधवार यानी 17 जनवरी को अनुष्ठान का दूसरा दिन होगा. दूसरे दिन कलश पूजन होगा. फिर कलश यात्रा निकाली जाएगी. तीर्थ पूजन किया जाएगा. इसके साथ ही रालला के विग्रह को जन्मभूमि परिसर में भ्रमण कराया जाएगा.

मुख्य आचार्य सुबह ही बनारस से रवाना

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराने मुख्य आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित मंगलवार सुबह 1140 बजे हर हर महादेव के उद्घोष के बीच अयोध्या रवाना हुए. उन्होंने कहा कि रामकाज में अब कोई विघ्न नहीं है.

वैदिक परंपरा के अनुसार अयोध्या में मंगलवार से अनुष्ठान शुरू हो गया है. 22 जनवरी को दोपहर साढ़े 12 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित ने कहा कि भगवान शिव की कृपा से मुझे उनके आराध्य देव श्रीराम के कार्य का अवसर मिला है. तीन अन्य पुरोहितों के साथ पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित अयोध्या रवाना हुए.

अयोध्या की छटा देख लोग हो रहे चकित

हनुमानगढ़ी के रास्ते पर चलते ही दोनों तरफ भगवा रंग में पुती हुई एक ही तरह की दुकानें दिखने लगती हैं और यह सिलसिला राम मंदिर तक बना रहता है. पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है. सफाई कर्मियों को 8-8 घंटे की तीन शिफ्टों में बांटा गया है. देर रात तक सफाईकर्मी अपने काम में लगे रहते हैं. राम मंदिर के रास्ते पर जूते चप्पल और सामान रखने के लिए अलग से फ्री लॉकर हैं. दूर से रामलला का मंदिर दिखता है. इसके पास भंडारा चल रहा है. तमिलनाडु, कर्नाटक व केरल से भक्त आ रहे हैं. बड़ी तादाद में सिख भी रामलला के दर्शन को पहुंच रहे हैं.

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