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कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया छत्तीसगढ़ का कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टरों का कांफ्रेंस आयोजित

Raipur News: ह्रदय रोग की समस्या व्यापक रूप धारण कर चुकी है. युवाओं में हार्ट अटैक तो आम बात हो गई है. समय-समय पर नये उपचार एवं गाइडलाइन्स को संशोधित करना आवश्यक हो गया है. वॉल्व रिप्लेसमेंट की नयी तकनीको, लीडलेस पेसमेकर, हार्ट फेलियर उपचार की नयी दवाइयां, जन्म जात हृदय रोग, इत्यादि कई ऐसे विषय हैं जिन पर चर्चा एवं विचारों का आदान प्रदान हुई.

  इसी से प्रेरित होकर प्रति वर्ष की तरह कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया छत्तीसगढ़ का दो दिवसीय सम्मेलन 10 एवं 11 फ़रवरी को रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित किया गया. इसमें देश एवं प्रदेश के हृदय रोग विशेषज्ञ शिरकत किए एवं अपने विचार रखे. इसमें कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ संजय त्यागी दिल्ली से आमंत्रित किए गए. प्रोफेसर डॉ  पी सी मनोरिया जो पूर्व अध्यक्ष एवं जाने माने ख्याति प्राप्त वरिष्ठ चिकित्सक गॉड फादर फिगर हैं को भोपाल से आमंत्रित किया गया. डॉ विजया लक्ष्मी जो पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी की प्रोफ़ेसर हैं को बंगलौर से आमंत्रित किया गया है , डॉ डी एस चड्ढा जो कि जटिल एंजियोप्लॉस्टी के जाने माने विशेषज्ञ हैं को बैंगलोर से आमंत्रित किया गया है. इसमें CSI CG के प्रदेश वर्तमान अध्यक्ष डॉ दिलीप रत्नानी , वर्तमान सचिव डॉ एम पी सामल, पूर्व अध्यक्ष डॉ जावेद अली ख़ान, पूर्व सचिव डॉ स्मित श्रीवास्तव की प्रमुख भूमिका है. डॉ आलोक राय साइंटिफिक चेयरमैन हैं. ईसीजी वर्कशॉप डॉ जावेद परवेज़, इको वर्कशॉप डॉ निखिल मोतीरामानी एवं स्नेहिल गोस्वामी द्वारा सम्पन्न हुई जिसमें प्रदेश के स्टूडेंट्स और चिकित्सक लोगो ने इन प्रक्रियाओं को क़रीब से समझा. इसमें कार्डियोलॉजी अपडेट पुस्तिका का विमोचन भी किया गया. इसमें प्रदेश के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ आशीष मल्होत्रा, डॉ के गुरुनाथ , डॉ जयराम एयर , डॉ सुनील गौनियाल, डॉ केके आदिले, डॉ सतीश सूर्यवंशी, डॉ मनोज गुप्ता , डॉ प्रणय जैन, डॉ गौरव त्रिपाठी इत्यादि शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन डॉ आलोक राइ द्वारा किया गया. वरिष्ठ चिकित्सक डॉ पी सी मनोरिया द्वारा ह्रदय रोगों के बारे में जानकारी दी गई में प्रमुख रूल ऑफ़ 80 का विस्तार बताया गया. हैदराबाद से आए डॉ नागेश्वर राव ने दिल में विभिन्न छेद को बंद करने की प्रक्रिया पर जानकारी दी. एम्स नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉ नीतीश नाइक ने एट्रियल फाइबरिलेशन को कसे रोकथाम करे उस पर रोशनी डाली.

दो दिन चले इस कार्यक्रम में पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश और भारत के विभिन्न जगह के लोगो ने हिस्सा लिया और सोसाइटी और मरिज़ो की बेहतर दिल के स्वास्थ्य और रोगों की रोकथाम पर चर्चाये की. नेशनल सोसाइटी सीएसई के प्रेसिडेंट प्रोफेसर संजय त्यागी ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. लीडलेस पेसमेकर, वाल्व रिप्लेसमेंट की नयी तकनीक और हार्ट फेलियर के उपचार के बारे में भी चर्चायें हुई.

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