सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि विवादास्पद भुगतान मुद्दे के स्थायी समाधान के लिए सभी पक्ष मिलकर काम करेंगे. वैष्णव ने कहा, हमें भरोसा है कि गूगल और स्टार्टअप समुदाय आने वाले महीनों में एक दीर्घकालिक समाधान तक पहुंचने में सक्षम होंगे.
गूगल ने भुगतान दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने का हवाला देते हुए शुक्रवार को अपने प्ले स्टोर से एक दर्जन डेवलपर्स के ऐप को हटा दिया था. इनमें मैट्रीमोनी डॉट कॉम और नौकरी डॉट कॉम भी शामिल थे. गौरतलब है कि सरकार की आपत्ति के बाद गूगल ने शनिवार से कुछ ऐप को बहाल कर दिया. ये ऐप 11-25 प्रतिशत शुल्क का भुगतान करने या ऐप के बाहर वित्तीय लेनदेन करने के लिए उसके दिशानिर्देश का पालन करने को सहमत हो गए थे.
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि स्टार्टअप इकोसिस्टम भारतीय अर्थव्यवस्था की कुंजी है और उनके भाग्य का फैसला किसी बड़ी टेक कंपनी पर नहीं छोड़ा जा सकता. वैष्णव और सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस संकट का समाधान खोजने के लिए सोमवार को गूगल और ऐप मालिकों के साथ कई दौर की चर्चा की. उन्होंने कहा, हमें भरोसा है कि गूगल और स्टार्टअप आने वाले महीनों में एक दीर्घकालिक समाधान तक पहुंचने में सक्षम होंगे. दोनों पक्ष सेवा शुल्क लगाने के मुद्दे को सुलझाएंगे.