आईआईटी कानपुर ने टूथब्रश की शक्ल वाली ऐसी डिवाइस विकसित की है, जो कुछ सेकेंड में माउथ कैंसर की जांच कर देगी. इससे माउथ कैंसर को शुरुआती दौर में पहचाना जा सकता है.
यह डिवाइस जल्द ही इलाज के लिए बाजार में उपलब्ध होगी. आईआईटी ने इसके कॉमर्शियल उपयोग के लिए निजी कंपनियों को लाइसेंस देने का फैसला किया है. संस्थान ने इस डिवाइस का नाम ‘मुख परीक्षक’ रखा है. आईआईटी कानपुर के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. जयंत कुमार सिंह व उनकी टीम ने यह डिवाइस विकसित की है. प्रो. सिंह ने बताया कि अभी तक मुख कैंसर की पहचान के लिए टिश्यू से जांच होती है. इसमें काफी समय लगता है. इस डिवाइस में जांच के लिए टिश्यू नहीं लेना पड़ेगा और जांच रिपोर्ट भी कुछ सेकेंड में मिल जाएगी. उन्होंने बताया कि इसका ट्रायल कानपुर स्थित जेके कैंसर अस्पताल के अलावा देश के कई अन्य अस्पतालों में सफल रहा. जल्द ही निजी कंपनियों के साथ समझौता कर तकनीक का लाइसेंस दिया जाएगा.
कैंसर होने का पता वर्षों पहले चलेगा
लंदन: कैंसर होने की आशंका का अंदाजा अब समय पहले लगाया जा सकेगा. वैज्ञानिकों ने सामान्य कोशिकाओं के ट्यूमर कोशिकाओं में बदलने के शुरुआती लक्षणों को जानने के लिए एक नए परीक्षण में कामयाबी हासिल की है. कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को यह सफलता मिली.
शोधार्थियों के मुताबिक, हमारी टीम ने एक स्पंज विकसित किया है. दो लाख महिलाओं के खून और कोशिकाओं के नमूनों पर अध्ययन किया जा रहा है. इन नमूनों से यह जानने में मदद मिल रही है कि यह तरीका भविष्य में कितना कारगर साबित हो सकता है. हालांकि, इसके लिए और नमूनों की जरूरत पड़ेगी.