टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) ने सिक लीव पर गए अपने कर्मचारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एयरलाइन ने 25 क्रू मेंबर्स को टर्मिनेशन लेटर थमाकर कंपनी से बाहर कर दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन के करीब 25 क्रू मेंबर काम पर नहीं आए थे जिसके कारण 90 से अधिक इंटरनेशनल और घरेलू फ्लाइट्स को कैंसल कर दिया गया था और 102 उड़ान में देर हुई थी. इस कारण से एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स से ट्रेवल करने वाले हजारों की संख्या में यात्रियों को कल (8 मई) परेशानी का सामना करना पड़ा.
एयर इंडिया एक्सप्रेस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (Air India Express CEO) आलोक सिंह ने बुधवार को कहा कि कंपनी चालक दल के सदस्यों की अनुपलब्धता से निपटने के लिए अगले कुछ दिनों के लिए उड़ानों में कटौती करेगी.
एयरलाइन ने कहा था कि उसके कई सीनियर क्रू मेंबर्स ने सिक लीव ले ली. विमानन कंपनी ने जानकारी दी थी कि यह सिलसिला मंगलवार की रात को शुरू हुआ था और बुधवार तक चलता रहा.
सिंह ने कहा, ‘‘यह स्थिति पूरे नेटवर्क में बन रही है. इससे हमें अगले कुछ दिनों के लिए उड़ानों में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा. चालक दल के सदस्यों की अनुपलब्धता से निपटने और उड़ान समयसारणी ठीक करने के लिए हमें यह कदम उठाना पड़ा.’’
आज शाम को होगी टाउन हॉल मीटिंग
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने मास सिक लीव पर गए सभी कर्मचारियों को आज शाम 4 बजे तक रोस्टर के अनुसार अपनी ड्यूटी पर आने का अल्टीमेटम दिया है. जो कर्मचारी ऐसा नहीं करेगा उसके खिलाफ मैनेजमेंट कार्रवाई कर सकता है. इसके अलावा, कंपनी के सीईओ ने आज शाम को इस संबन्ध में टाउन हॉल बैठक बुलाई है. रिपोर्ट के मुताबिक, सभी कर्मचारियों से एक चिट्ठी में अपनी समस्या को खुलकर डिस्कस करने के लिए कहा गया है.
क्यों ली एयर इंडिया एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने सिक लीव?
कर्मचारियों ने पत्र में लिखा था, ‘Air India Express के एंप्लॉयीज के साथ समान व्यवहार नहीं किया जा रहा है. वेतन, अनुभव और योग्यता की उपेक्षा की जा रही है. कंपनी के पदों पर एयर इंडिया एक्सप्रेस के योग्य उम्मीदवारों को नौकरी से निकालकर बाहर के लोगों को नियुक्त किया जा रहा है.’
यूनियन ने कहा कि कुप्रबंधन से कर्मचारियों के मनोबल पर असर पड़ा है. पत्र में आरोप लगाया गया है कि विलय प्रक्रिया शुरू होने से पहले वेतन में शामिल कई भत्तों को खत्म कर दिया गया है. विमानन कंपनी के लगातार मुनाफा कमाने के बावजूद सैलरी में कटौती की गई है.