स्वर्ण जड़ित झूले में झूलेंगे रामलला
राम मंदिर में पहली बार सावन झूलनोत्सव भव्यता के साथ मनाया जाएगा. इस अवसर पर रासोत्सव का भी आयोजन होगा जिसमें देश के नामचीन संगीतज्ञ रामलला के समक्ष प्रस्तुति देंगे . श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से झूलन उत्सव के लिए स्वर्ण जड़ित झूले का निर्माण कराया जा रहा है. इस बारे में रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास शास्त्रत्त्ी का कहना है कि सूचना मिली है फिर भी अभी हम लोगों के सामने नहीं लाया गया है.
मुख्य अर्चक आचार्य शास्त्रत्त्ी ने बताया कि अस्थाई टेंट में रामलला का झूलनोत्सव सावन शुक्ल एकादशी से पूर्णिमा तक मनाया जाता था. सुप्रीम फैसले के बाद मेक शिफ्ट में विराजमान रामलला का उत्सव नाग पंचमी से पूर्णिमा तक मनाए जाने की परम्परा शुरू हुई. अब राम मंदिर का निर्माण होने के बाद उत्सव नाग पंचमी से होगा या फिर सावन शुक्ल तृतीया को मणि पर्वत के उत्सव के साथ होगा, यह कहना मुश्किल है. इस बारे में तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ही निर्णय लेगा. उधर विहिप के केन्द्रीय मंत्री गोपाल राव ने बताया कि उत्सव पूरी भव्य तरीके से मनाया जाएगा. तैयारियां चल रही है लेकिन किसी तिथि से आयोजन शुरू होगा, इसके सम्बन्ध में तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय व पुजारी गण आपस में बातचीत कर निर्णय लेंगे.
सिंहासनारूढ़ होंगे राम-सीता राम मंदिर निर्माण के प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि वैसे अभी मूर्तियों की मुद्राओं को लेकर विशेषज्ञ चित्रकारों की टीम अध्ययन कर रही है. उन्होंने बताया कि राम दरबार के मध्य में भगवान राम और देवी सीता सिंहासनारूढ़ रहेंगे.