रायपुर. भाजपा ने रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव को लेकर सियासी चालें चलनी शुरू कर दी हैं. सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने संगठन की सबसे छोटी इकाई बूथ अध्यक्षों को सबसे पहले सक्रिय किया है. करीब 240 बूथ के अध्यक्षों की श्री अग्रवाल ने खबर ली है, वहीं चारों मंडल के अध्यक्ष व महामंत्रियों को भी सक्रिय किया है.
इसके अलावा भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्षों को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी प्रतिदिन जनसंपर्क के जरिए जनता के बीच पहुंच रहे हैं, किंतु चुनाव की रणनीति सांसद श्री अग्रवाल के जिम्मे है, वो अपने फार्मूले के मुताबिक चुनावी बिसात बिछा रहे हैं. सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा के नामांकन और शपथ पत्र को मुद्दा बनाकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और उपचुनाव के सहप्रभारी शिवररतन शर्मा को आगे कर दिया था, ताकि जनता के बीच यह संदेश पहुंचाया जा सके कि कांग्रेस प्रत्याशी रायपुर दक्षिण के मूल निवासी नहीं बल्कि बाहरी हैं.
हालांकि पहले दिन से ही भाजपा ने इसे हवा दी थी, किंतु शपथपत्र में उल्लेखित जानकारी को बाहर कर भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया. इसके अलावा भाजपा के रणनीतिकार भाजपा प्रत्याशी श्री सोनी को विकास पुरूष के रूप में सामने रख रहे हैं और पूर्व महापौर व आरडीए अध्यक्ष रहते हुए उनके कार्यों को गिना रहे हैं. इसके अलावा भाजपा सरकार द्वारा पिछले 10 महीने में पूरे किए गए वायदों को भी चुनाव में जनता के बीच ले जाकर यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा अपने किसी भी वायदे से पीछे नहीं हटेगी, बल्कि आने वाले समय में भी सत्ताधारी दल होने के चलते दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की सौगातें मिलेगी इसके अलावा भाजपा ने अपने आईटी सेल को भी एक्टिव कर दिया, जो प्रतिदिन सोशल मीडिया में कार्टून के जरिए कांग्रेस पर हमला कर रही है. वैसे भाजपा की इस कवायद के बाद भी अभी चुनावी खुमार नहीं चढ़ा है, क्योंकि चुनाव के बीच में त्यौहार आड़े आ गया है.
चुनाव प्रचार के लिए मिलेंगे मात्र आठ दिन
उपचुनाव को लेकर मतदान 13 नवंबर को है और 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे. दीपावली त्यौहार के मद्देनजर भाजपा की सक्रियता 3 नवंबर के बाद ज्यादा दिखाई देगी, ऐसे में केवल 8 दिन ही भाजपा को प्रचार तंत्र को मजबूत करने के लिए मिलेंगे. इन आठ दिनों को लेकर भाजपा अभी से योजना बना रही है, ताकि आनन-फानन में कार्यक्रमों का आयोजन न किया. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के रोड शो और चुनावी सभा को लेकर भी योजना बनाई जा रही है. कुल मिलाकर भाजपा यहां दीपावली के तीन दिन को छोड़कर शेष सभी दिनों के लिए योजना बना ली है.
त्यौहार के बाद चलेगा दीपावली मिलन
भाजपा की चुनावी योजना में दीपावली मिलन कार्यक्रम इस बार खास रहेगा. भाजपा ने पहले ही अपनी रणनीति में दीपावली मिलन कार्यक्रम के जरिए जनता के बीच पहुंचने का मन बना लिया है, जिसे त्यौहार के तुरंत बाद अमलीजामा पहनाया जाएगा. इसके लिए भाजपा की कोशिश है कि अधिकांश दीपावली मिलन कार्यक्रम संस्थाओं द्वारा आयोजित की जाए, ताकि चुनावी खर्च में शामिल न हो. इसे लेकर भी माइक्रोलेवल पर प्लानिंग चल रही है.