छत्तीसगढ़:मुख्यमंत्री कौशल विकास प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र देने के लिए संचालक कर रहा पैसों की मांग
सेलूद: विकासखंड पाटन के सबसे बड़े ग्राम पंचायत सेलूद में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर हितग्राहियों के साथ धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के अनुसार दुर्ग पाटन मुय मार्ग में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण देने सिलाई मशीन के लिए 40 सीट, ब्यूटी पार्लर व कप्यूटर ऑपरेटर कोर्स के लिए 20 सीट में प्रशिक्षण दिए जाने का प्रचार-प्रसार किया गया था, जिसके लिए 100 रुपए प्रवेश शुल्क भी लिया गया था.
2 से 3 माह प्रशिक्षण के नाम पर हितग्राहियों को प्रशिक्षण देना शुरू किया गया. उसके बाद कुछ दिनों बाद प्रशिक्षण ले रहे हितग्राहियों से संचालकों द्वारा प्रमाण-पत्र देने के नाम पर 2 से 3 हजार रुपए की मांग की गई, जिसमें से कुछ लोगों ने रकम जमा कर दी. रकम की मांग किए जाने के बाद अपने आप को ठगा महसूस होने पर प्रशिक्षण ले रहे हितग्राहियों ने बताया कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण दिए जाने की बात कर उनसे दस्तावेज भरवाए गए लेकिन अब उनसे रकम की मांग की जा रही है. गौरतलब हो की मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है.
वेतन और कमरे के किराए के लिए ली जा रही है फीस
संस्था के संचालक अनिल देवांगन ने बताया कि उत्कृष्ट जनकल्याण शिक्षण समिति सेलूद एमएसएमई रजिस्टर्ड संस्था द्वारा प्रशिक्षण ले रहे हितग्राहियों से शिक्षकों के वेतन व कमरे के किराए के लिए फीस ली जा रही है. पूर्व में शासकीय योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जाना था लेकिन प्रोजेक्ट नहीं मिलने से अब फीस लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है.