हल्द्वानी: कैंचीधाम के कमरों की फर्जी बुकिंग कर पर्यटकों से लाखों की ठगी का मामला सामने आने के बाद अब नैनीताल में होटलों की फर्जी बुकिंग कर 20 लाख से ज्यादा की ठगी के मामले सामने आए हैं.
नैनीताल के करीब एक दर्जन होटल साइबर ठगों के निशाने पर आ गए हैं. हरियाणा के मेवात, झारखंड के जामताड़ा और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में बैठे ठग अभी तक नैनीताल के लगभग 12 से भी ज्यादा होटल के फर्जी वेब पेज बनाकर बुकिंग के नाम पर पर्यटकों से लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक नैनीताल जिले के तमाम बड़े और छोटे करीब 12 से ज्यादा होटल साइबर ठगों के निशाने पर हैं. गूगल, फेसबुक एवं अन्य वेबसाइटों पर इनके फर्जी पेज बन चुके हैं. यहां तक कि व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम तक पर इनके नाम से फर्जी चैनल बनाकर आकर्षक छूट के नाम पर फर्जी बुकिंग की जा रही है. पुलिस से मिली जानकारी अनुसार, इस पर्यटन सीजन में अभी तक साइबर ठग करीब 22.75 लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं. ठगी के मामले तब सामने आए जब बुकिंग करने के बाद पर्यटक नैनीताल में संबंधित होटल पहुंचे लेकिन वहां एडवांस बुकिंग दर्ज नहीं मिली.
पहले भी साइबर ठगी का शिकार हुए हैं पर्यटक
होटल बुक करते हुए पर्यटक साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. नैनीताल से पहले भी पर्यटक ऐसी धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं. देश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में होटलों के नाम पर ठग वेबसाइट बनाते हैं फिर टूर पैकेज और कमरा बुक करने के नाम पर ठगी करते हैं. पिछले साल गुजरात के द्वारका पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया था.
अयोध्या में बिना वजूद वाले होटलों के नाम पर की ठगी
इस साल अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद साइबर ठग सक्रिय हो गए. अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए देश के कोने-कोने से आनेवाले भक्तों को ठगा गया. ठगों ने ऐसे होटल जिनका अयोध्या में वजूद ही नहीं है या जिन धर्मशालाओं में ऑनलाइन बुकिंग नहीं होती है, उनकी फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी की.
पुरी में 100 से अधिक लोगों से धोखाधड़ी
पिछले साल पुरी में 100 से अधिक पर्यटकों ने साइबर ठगों के हाथों अपना पैसा गंवाया था. आतिथ्य उद्योग के अनुसार ऑनलाइन ठगी करने वालों ने पुरी के कई होटलों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाई और टूर पैकेज तथा दर्शनीय स्थलों की सैर पर आकर्षक लालच देकर पीड़ितों को लुभाया.