तिरुवनंतपुरम . 5 दिन पूर्व सरकारी अस्पताल में डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन देने पर बेहोश हुई 28 वर्षीय महिला की रविवार सुबह यहां मौत हो गई. मृतक महिला कृष्णा थंकप्पन, मलयिन्कीझु के निकट की रहने वाली थी. उसने यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अंतिम सांस ली.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि कृष्णा के पांच दिनों तक बेहोश रहने का कारण चिकित्सकीय लापरवाही थी. उन्होंने नेय्याट्टिनकारा जनरल अस्पताल के डॉ. विनू पर आरोप लगाया कि पिछले सप्ताह जब वह गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए वहां गई थी, तो उन्होंने गलत इंजेक्शन लगा दिया. जब कृष्णा बेहोश हो गई और उसकी हालत बिगड़ गई, तो बाद में उसे यहां मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया.
उसके पति शरत की शिकायत के आधार पर नेय्याट्टिनकारा पुलिस ने 19 जुलाई को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 125 के तहत डॉ. विनू के खिलाफ मामला दर्ज किया.
एफआईआर के अनुसार, मृतक महिला को पहले से ही एलर्जी की कुछ समस्या थी. महिला ने किडनी स्टोन से संबंधित बीमारियों के लिए डॉ. विनू से इलाज करवाया था. डॉक्टर ने अपनी ड्यूटी निभाने में लापरवाही दिखाई और मरीज पर कोई एलर्जी टेस्ट किए बिना ही उसे कोई इंजेक्शन लगा दिया.
हालांकि, केरल सरकार मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने डॉक्टर के खिलाफ महिला के परिवार के आरोपों को खारिज कर दिया है.