टोक्यो के स्वर्ण विजेता पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत पेरिस पैरालंपिक में खिताब का बचाव नहीं कर पाएंगे. उन्हें बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के डोपिंग निरोधक ‘वेयरअबारट’ (ठिकाने का पता) नियम के उल्लंघन के कारण 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है. बीडब्ल्यूएफ ने कहा, महासंघ इसकी पुष्टि करता है कि भगत को निलंबित किया गया है. वह पेरिस में नहीं खेलेंगे.
अपील खारिज इसमें कहा गया, एक मार्च 2024 को खेल पंचाट (सीएएस) डोपिंग निरोधक प्रभाग ने भगत को डोपिंग निरोधक नियम के उल्लंघन का दोषी पाया. वह एक साल में तीन बार ठिकाना बताने में नाकाम रहे थे. 29 जुलाई 2024 को सीएएस के अपील विभाग ने उनकी अपील खारिज कर दी और सीएएस के डोपिंग निरोधक प्रभाग के एक मार्च के फैसले की पुष्टि की. उनका निलंबन प्रभावी है जो एक सितंबर 2025 तक लागू रहेगा.
कठिन फैसला 36 वर्षीय एसएल3 खिलाड़ी भगत ने कहा, मेरे लिए यह बहुत कठिन फैसला है. मैं वाडा का सम्मान करता हूं. मैं समझता हूं कि सभी खिलाड़ियों के लिए वे मानक तय करना चाहते हैं लेकिन तकनीकी कारणों से प्रतिबंध लगाना सही नहीं है. यह किसी पदार्थ के सेवन का मामला नहीं है बल्कि ठिकाना नहीं बता पाने का मामला है. मैं दो बार अलग जगहों पर होने के कारण टेस्ट नहीं द पाया लेकिन तीसरी बार देने का मेरे पास सबूत है पर अपील खारिज हो गई. यह मेरे लिए बड़ा नुकसान है. मैं पेरिस की तैयारी कर रहा था जो हर खिलाड़ी के लिए बड़ी बात है. मैं पदक जीत सकता था. मेरा दिल टूट गया है.
मजबूत वापसी करेंगे गौरव खन्ना
बिहार में जन्मे भगत ने पिछले साल फरवरी में पांचवां विश्व चैंपियनशिप खिताब जीतकर चीन के लिन डैन की बराबरी की थी. भारतीय पैरा बैडमिंटन के मुख्य कोच गौरव खन्ना ने कहा, यह काफी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. वह पैरालंपिक में पदक उम्मीद थे लेकिन वह योद्धा है और मुझे यकीन है कि मजबूती से वापसी करेंगे.