क्या एसपी रजनेश सिंह ने वाहवाही लूटने भरा ट्रैफिक चालान ?
बिलासपुर एसपी की जिस गाड़ी का एक दिन पहले चालान हुआ, वह बिलासपुर के गोस्वामी ट्रैवल्स की है. यह गाड़ी विभाग में किराए पर चल रही है. कैमरे से चालान होने के बाद ट्रैवल्स संचालक मोनू गोस्वामी के मोबाइल नंबर 9754470300 पर मैसेज गया. एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रैवल्स संचालक ने इसे ड्राइवर के पास भेजा. ड्राइवर ने एसपी को फारवर्ड किया. नियम से ट्रैवल्स संचालक को चालान जमा करना था, लेकिन एसपी ने कुछ घंटों के भीतर ही चालान भर दिया. बाकायदा इसे वायरल कराया गया. जबकि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर वाहन मालिक से जुर्माना वसूला किया जाना है. ट्रैफिक पुलिस के जिम्मेदारों ने नियमों को ताक पर रखकर एसपी से ही जुर्माने की रकम ले ली. वाहन मालिक की जगह बाकायदा एसपी के नाम भी दर्ज कर दिया.
10 नवंबर की सुबह 10.37 बजकर 26 सेकेंड पर एसपी रजनेश सिंह की गाड़ी ने सिग्नल जंप किया था. एसपी तब एक कार्यक्रम में शामिल होने कलेक्टर अवनीश शरण के साथ उनकी गाड़ी से जा रहे थे. पीछे उनकी गाड़ी सीजी 10बीएम 6700 चल रही थी. इसे ड्राइवर चला रहा था. सत्यम चौक पर कलेक्टर का वाहन क्रॉस होने के बाद सिग्नल रेड हो गया. एसपी के ड्राइवर ने इस बीच सिग्नल जंप कर दिया. यह घटना आईटीएमएस के कैमरे में कैद हो गई. आरआई भूपेंद्र गुप्ता के अनुसार गाड़ी गोस्वामी ट्रैवल्स की है, जो विभाग ने किराए पर ली है. गाड़ी का संचालक मोनू गोस्वामी है. उसी के मोबाइल नंबर 9754470300 पर सिग्नल जंप करने का मैसेज गया. बताया कि शहर के अंदर एक से दो दिन और बाहर को होने पर तीन से चार दिन में सूचना भेजी जाती है. जुर्माना ऑनलाइन या नगद जमा किया जा सकता है.
इस मामले में एसपी रजनेश सिंह का कहना है कि चूंकि गाड़ी पुलिस विभाग में लगी है इसलिए ये उनका दायित्तव है कि चालान पटाएं. यही कारण है कि इसका चालान एसपी ने खुद पटाया.