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इस कंपनी ने कर्मचारियों को दिया महंगा तोहफा; गिफ्ट में बुलेट, टाटा टियागो और एक्टिवा

चेन्नई स्थित कंपनी सरमाउंट लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस (Surmount Logistics Solutions) ने अपने कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण को सम्मानित करते हुए उन्हें कार, मोटरसाइकिल और स्कूटर गिफ्ट किए हैं. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लगभग 20 कर्मचारियों को यह गिफ्ट दिया गया है. कर्मचारियों को जो गाड़ियां गिफ्ट की गई हैं, उनमें टाटा की टियागो कार, होंडा का एक्टिवा स्कूटर और रॉयल एनफील्ड की बुलेट 350 बाइक शामिल है. आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं.

कंपनी द्वारा गिफ्ट की गई गाड़ियां और उनकी कीमतें

कंपनी द्वारा गिफ्ट की गई गाड़ियों में टाटा टियागो (Tata Tiago) है, जिसकी शुरुआती कीमत 5 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है. वहीं, रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 (Royal Enfield Bullet 350) है, जिसकी कीमत 1.98 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है. इसके अलावा तीसरे गिफ्ट के रूप में होंडा एक्टिवा स्कूटर (Honda Activa) है, जिसकी शुरुआती कीमत 76,684 रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है.

कंपनी के प्रबंध निदेशक डेंजिल रायन ने इस मौके पर कहा कि कर्मचारियों को प्रेरित रखना एक कर्मचारी कल्याण कार्यक्रम (Employee Welfare Program) का हिस्सा है. यह न केवल उनके संतोष को बढ़ाता है बल्कि प्रोडक्टिविटी, कनेक्टिविटी और स्टेबिलिटी को भी बेहतर बनाता है.

कर्मचारियों को गिफ्ट देने का चलन

भारत में त्योहारों, विशेषकर दिवाली पर कर्मचारियों को गिफ्ट देने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. इससे कर्मचारियों की संतुष्टि और काम के प्रति उनका उत्साह बढ़ता है.

हरियाणा की एक फार्मास्यूटिकल कंपनी ने दिवाली पर अपने सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को 15 SUVs उपहार में दी थीं.

चेन्नई की एक अन्य कंपनी टीम डिटेलिंग सॉल्यूशंस ने इस साल 28 कारें और 29 मोटरसाइकिलें अपने कर्मचारियों को तोहफे में दीं.

तमिलनाडु के एक चाय बागान ने भी 15 रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल्स अपने कर्मचारियों को भेंट की थीं.

सवजी ढोलकिया की प्रेरक कहानी

यह चलन 2015 में तब सुर्खियों में आया जब सूरत के हीरा व्यापारी सवजी ढोलकिया ने दिवाली के मौके पर अपने कर्मचारियों को 491 कारें और 200 फ्लैट गिफ्ट किए.

2016 में उन्होंने 1,260 कारें गिफ्ट कीं.

2023 में उनकी कंपनी हरे कृष्णा एक्सपोर्ट्स ने लगभग 600 कारें अपने कर्मचारियों को वितरित कीं. इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद चार कर्मचारियों को कारों की चाबियां सौंपी थीं.

कर्मचारियों को गिफ्ट देने का महत्व

कंपनी द्वारा इस तरह के कदम न केवल कर्मचारियों की सराहना करते हैं, बल्कि उनकी काम के प्रति निष्ठा और समर्पण को भी बढ़ाते हैं. इससे न केवल कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है, बल्कि उनके और कंपनी के बीच का संबंध भी मजबूत होता है.

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