
शेयर मार्केट में भूचाल से सभी सेक्टोरल इंडेक्स धराशायी हैं. निफ्टी मेटल में 6 फीसद से अधिक की गिरावट है. आईटी, मीडिया, एफएमसीजी में 5 फीसद से अधिक का नुकसान है. बैंक निफ्टी और फाइनेंशियल सर्विसेज करीब 3 फीसद लुढ़के हैं. ऑटो इंडेक्स, रियल्टी, ऑयल एंड गैस भी 4 फीसद से अधिक टूट चुके हैं.
सेंसेक्स 2523 अंकों का गोता लगाकर 72840 के लेवल पर पर है. जबकि, निफ्टी 847 अंक लुढ़क कर 22056 पर आ गया है. एनएसई पर केवल 72 स्टॉक्स ही हरे निशान पर हैं. जबकि, 2434 लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं. 586 स्टॉक्स 52 हफ्ते के लो पर पहुंच गए हैं. 281 में लोअर सर्किट लगा है.
सेंसेक्स 3104 अंकों का गोता लगाकर 72259 के लेवल पर पर है. जबकि, निफ्टी 22000 के लेवल से नीचे 973 अंक लुढ़क कर 21930 पर आ गया है. सेंसेक्स की दिग्गज कंपनियों के शेयर धड़ाम से गिरे हैं. टाटा स्टील में 10 पर्सेंट से अधिक का नुकसान है. टाटा मोटर्स 8 पर्सेंट से अधिक लुढ़का है. सेंसेक्स टॉप लूजर्स में इन्फोसिस, टेक महिंद्रा में 7 फीसद से अधिक की गिरावट है.
ट्रंप के टैरिफ से अमेरिका और एशिया के आए बाजारों में आई सुनामी के बाद घरेलू शेयर मार्केट भी डूब रहा है. दलाल स्ट्रीट के लिए आज सोमवार ब्लैक मंडे साबित हो रहा है. साल की सबसे बड़ी गिरावट के साथ सेंसेक्स 3914 अंकों का गोता लगाकर 71449 के लेवल पर खुला. जबकि, निफ्टी 22000 के लेवल से नीचे 1146 अंक लुढ़क कर 21758 पर खुला.
के टैरिफ से अमेरिका और एशिया के आए बाजारों में सुनामी के बाद अब घरेलू शेयर मार्केट डूब रहा है. प्री-ओपनिंग में ही सेंसेक्स 2708 अंक लुढ़क गया. जबकि, निफ्टी 1605 अंक डूब कर 21298 पर था. प्री-ओपनिंग में अडानी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स में 10 पर्सेंट तक की गिरावट है.
सोमवार 7 अप्रैल को शुरुआती कारोबार में गिफ्ट निफ्टी 1,000 अंक तक गिर गया, जो बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी के 4 मार्च के निचले स्तर 21,964 के आसपास संभावित शुरुआत का संकेत देता है.
आज यानी सोमवार 7 अप्रैल को जापान के निक्केई 225 ने बाजार खुलने के तुरंत बाद लगभग 9% तक की गिरावट दर्ज की. जापानी बैंक शेयरों का इंडेक्स 17% तक गिर गया. निक्केई ने अक्टूबर 2023 के बाद पहली बार 30,792.74 का आंकड़ा छुआ. व्यापक टॉपिक्स 8% गिरकर 2,284.69 पर आ गया. दक्षिण कोरिया में, कोस्पी सूचकांक 4.34% गिर गया, और स्मॉल-कैप कोस्डैक 3.48% गिर गया. हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स फ्यूचर्स 22,772 पर था.
ट्रंप के टैरिफ से दुनिया भर के बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है. आज यानी सोमवार घरेलू शेयर मार्केट के लिए ब्लैक मंडे साबित हो सकता है. क्योंकि, शेयर मार्केट एक्सपर्ट्स ने शुक्रवार, 4 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाजारों में अपने सबसे खराब कारोबारी सत्र और कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद से सबसे बड़ी गिरावट देखने के बाद ब्लैक मंडे 2.0 की चेतावनी दी. मार्केट कैप से 5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का सफाया हो गया था.
6 अप्रैल को डॉऊ जोन्स वायदा 1,405 अंक (3.7%) गिर गया, जो संभावित ‘ब्लैक मंडे’ का संकेत देता है. एएंडपी 500 फ्यूचर्स 4.3% गिर गया, और नैस्डैक -100 फ्यूचर्स 5.4% गिर गया.
क्या है ब्लैक मंडे
ब्लैक मंडे, 19 अक्टूबर, 1987 एक ऐसा समय था, जब दुनिया भर के बाजार दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जिसमें यूएस डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 22.6% गिर गया. लगभग एक सदी बाद तेजी से आगे बढ़ते हुए, रविवार, 6 अप्रैल, 2025 को, अमेरिकी बाजार विश्लेषक जिम क्रैमर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ नखरे के कारण सोमवार 7 अप्रैल को इसी तरह के ‘ब्लडबाथ’ की चेतावनी दी.
ब्लैक मंडे पर क्या हुआ था?
19 अक्टूबर, 1987, जिसे ‘ब्लैक मंडे’ के नाम से भी जाना जाता है, ने डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज को केवल एक दिन में 22.6% की गिरावट देखी. इस घटना ने वैश्विक शेयर बाजार में मंदी को जन्म दिया, ब्लैक मंडे को वित्तीय इतिहास के सबसे कुख्यात दिनों में से एक के रूप में मजबूत किया. एसएंडपी 500 में उसी दिन 30% की गिरावट रही. तबाही पूरे महीने जारी रही, और नवंबर 1987 की शुरुआत तक, अधिकांश प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक अपने मूल्य का 20% से अधिक खो चुके थे.