
चारों धामों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की सोमवार से शुरुआत हुई. पहले दिन शाम पांच बजे तक चारों धामों के लिए कुल 10,420 ऑफलाइन पंजीकरण हुए. कुल ऑनलाइन पंजीकरण का आंकड़ा भी बढ़ कर 21.92 लाख पहुंच गया है.
इस बार सरकार ने चारों धामों में श्रद्धालुओं को पंजीकरण के लिए ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन का भी विकल्प दिया है. पहले 60 प्रतिशत ऑनलाइन और 40 प्रतिशत ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था दी गई थी. बाद में होटल संचालकों की मांग पर ऑनलाइन पंजीकरण को बढ़ा कर 75 प्रतिशत कर दिया गया. 25 प्रतिशत ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था दी गई. सोमवार से हरिद्वार, ऋषिकेश समेत अन्य स्थानों पर ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हुए. गंगोत्री धाम के लिए सबसे अधिक 2618 ऑफलाइन पंजीकरण कराए गए. यमुनोत्री धाम के लिए 2611 ऑफलाइन पंजीकरण हुए. केदारनाथ धाम के लिए 2595 और बदरीनाथ के लिए 2596 श्रद्धालुओं ने ऑफलाइन पंजीकरण कराए. वहीं ऑनलाइन पंजीकरण का आंकड़ा सोमवार को 21,92,031 पहुंच गया है.
व्यवस्थाओं की जानकारी क्यूआर कोड से मिलेगी
चारधाम यात्रा को लेकर देहरादून रेंज कार्यालय में बनाया गया कंट्रोल रूम सक्रिय हो गया है. दो हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ ही एक क्यूआर कोड जारी किया गया है. क्यूआर कोड के जरिए यात्री अपने मोबाइल फोन में पार्किंग, ट्रैफिक प्लान, टूरिस्ट, हेली रजिस्ट्रेशन और हॉल्टिंग स्थलों की जानकारी ले सकते हैं.