
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025 का परिणाम आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया है. लाखों छात्रों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया. इस साल का कुल पास प्रतिशत 88.39% रहा है, यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 0.41% अधिक है. इस बार लड़कियों ने लड़कों को 5.94% अंकों से पीछे छोड़ते हुए 91% से अधिक उत्तीर्णता दर हासिल की है. छात्र अपने परीक्षा परिणाम को cbseresults.nic.in पर जाकर देख सकते हैं.
CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर छात्र अपने रोल नंबर और स्कूल कोड की मदद से अपना रिजल्ट देख सकते हैं. इसके अलावा डिजिलॉकर और UMANG ऐप के जरिए भी मार्कशीट डाउनलोड की जा सकती है.
छात्रों को ध्यान देना चाहिए कि ऑनलाइन जारी किए जाने वाले सीबीएसई परीक्षा स्कोरकार्ड प्रोविजनल होंगे. सीबीएसई कक्षा 10वीं, 12वीं परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को अपने संबंधित स्कूलों से मूल मार्कशीट लेना आवश्यक है.
सीबीएसई बोर्ड 12वीं का रिजल्ट कैसे चेक करें
CBSE 12th Result 2025 Live: सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाएं.
होमपेज पर Class XII Results 2025 Announced लिंक पर क्लिक करें.
अब स्टूडेंट रोल नंबर, स्कूल नंबर या एडमिट कार्ड आईडी दर्ज करें.
ऐसा करे का साथ ही सीबीएसई बोर्ड 12वीं का रिजल्ट स्क्रीन पर खुल जाएगा.
अब सीबीएसई 12वीं रिजल्ट चेक करने के बाद प्रिंट निकालें और भविष्य के लिए संभाल कर रखें.
नया डिजिलॉकर एक्सेस कोड क्या है?
सीबीएसई ने एक नया फीचर उपलब्ध कराया है – डिजिलॉकर 6-अंकीय सुरक्षा पिन, जिसे ‘एक्सेस कोड’ के रूप में भी जाना जाता है – जो बोर्ड परीक्षा की मार्कशीट सहित प्रमुख शैक्षणिक दस्तावेजों के डिजिटल संस्करणों तक पहुंचने के लिए आवश्यक है. बोर्ड ने बताया कि उसने डिजिलॉकर स्कूल खातों के माध्यम से स्कूलों को ये छात्र-वार एक्सेस कोड वितरित किए हैं. अपने डिजिटल शैक्षणिक रिकॉर्ड तक सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने के लिए इन कोड को छात्रों को व्यक्तिगत रूप से सौंपना होगा.
क्या सीबीएसई 10वीं और 12वीं के लिए पासिंग मानदंड अलग-अलग हैं
सीबीएसई परीक्षाओं में कक्षा 10 के छात्रों को थ्योरी और आंतरिक मूल्यांकन दोनों के अंकों को मिलाकर पास होने के लिए 33% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है. कक्षा 12 के छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग 33 फीसदी अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है. यदि कोई छात्र इस मानदंड को 01 अंक या उससे कम से पूरा करने में विफल रहता है, तो उसे ग्रेस अंक दिए जा सकते हैं.
सीबीएसई ने बदला नियम, रीचेकिंग से पहले मिलेगी आंसरशीट की फोटोकॉपी
सीबीएसई ने परिणाम के बाद की गतिविधियों के क्रम में बदलाव किया है. अब सीबीएसई 10वीं 12वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुए छात्र सबसे पहले मूल्यांकित उत्तरपुस्तिका देख सकेंगे. इसके बाद अंक सत्यापन (मार्क्स वेरिफिकेशन ) और पुनर्मूल्यांकन (रीइवेल्यूएशन) के लिए आवेदन कर सकेंगे. सीबीएसई ने वर्तमान में जो नियम था उसमें बदलाव करते हुए यह नया नियम लागू किया है. अब तक पहले अंकों का सत्यापन होता था. इसके बाद मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराई जाती थी. इसके बाद पुनर्मूल्यांकन होता था. बोर्ड ने यह बदलाव करते हुए कहा है कि छात्रों को उन्हें दिए गए अंकों की स्पष्टता के लिए पहले उन्हें उत्तरपुस्तिका उपलब्ध कराई जाएगी.