दुनिया में फेफड़ों का कैंसर बन रहा सबसे जानलेवा
विश्व में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इनमें फेफड़ों का कैंसर सबसे अधिक जानलेवा साबित हो रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत में कैंसर के 14.1 लाख से अधिक नए मामले सामने आए. वहीं, इस बीमारी के कारण 9.1 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी.
रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर के कुल मामलों में 12.4 फीसदी मरीज फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित मिले. कैंसर से होने वाली कुल मौतों में से इसका हिस्सा लगभग 19 प्रतिशत रहा. तंबाकू का लगातार सेवन फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है. दूसरे स्थान पर स्तन कैंसर रहा, इससे दुनिया में सात फीसदी रोगियों की मौत हुई. डब्ल्यूएचओ की संस्था इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) के वैज्ञानिकों ने 115 देशों में अध्ययन किया. इसमें पता चला कि दुनियाभर में दो करोड़ लोग कैंसर के नए मामलों से जूझ रहे हैं और 97 लाख लोगों की मौत हो गई. वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर लगभग दो-तिहाई नए मामलों और मौतों के कारणों में 10 प्रकार के कैंसर शामिल थे.
● दुनिया में पांच में से एक व्यक्ति को कैंसर होता है
● नौ में से एक पुरुष और 12 में से एक महिला की कैंसर से मौत हो जाती है
देश में रेडियोधर्मी पदार्थ थेरानोस्टिक्स की कमी से कैंसर पीड़ितों को टारगेट थेरेपी नहीं मिल पा रही है. यह थेरेपी अंतिम स्टेज के कैंसर मरीजों की जिंदगी पांच से 10 साल तक बढ़ाने में मदद करती है.