उत्तरकाशी में उमड़े तीर्थयात्रियों का हंगामा ,पहले दिन से अव्यवस्थाएं हावी
उत्तरकाशी . उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में पहले दिन से अव्यवस्थाएं हावी हैं. श्रद्धालु से लेकर स्थानीय लोग और तीर्थपुरोहित आक्रोशित हैं. लगातार दूसरे दिन मंगलवार को गंगोत्री मार्ग पर जाम में यात्री फंसे रहे.
मंगलवार सुबह उत्तरकाशी में करीब एक किमी दायरे में जाम की स्थिति बनी रही. जाम के कारण रोके गए यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया. पुलिस कर्मियों से आगे जाने की जिद करते हुए यात्रियों ने जमकर प्रदर्शन किया. स्थानीय वाहनों को पास कराने पर यात्री भड़क उठे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
यात्रियों ने लचर यात्रा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. आरोप लगाया कि सुविधा के नाम पर यात्रियों के लिए पड़ावों पर कुछ नहीं है. उधर जिला प्रशासन की ओर से विभिन्न स्थानों पर यात्रियों को रोकने और गेट सिस्टम लागू करने से गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित भी गुस्सा हो गए. तीर्थपुरोहितों ने आरोप लगाया कि जाम के कारण मंदिर में यात्री नहीं पहुंच पा रहे हैं. नाराज तीर्थ पुरोहितों ने मंगलवार को शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. करीब आधे घंटे तक गंगोत्री बाजार बंद रखा. तीर्थपुरोहितों का कहना था कि मंगलवार सुबह बेहद कम यात्री धाम क्षेत्र पहुंचे. यात्री बिना दर्शन किए लौटने को मजबूर हैं. मंगलवार को उत्तरकाशी के डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और एसपी अर्पण यदुंवशी ने तीर्थपुरोहितों से बातचीत की, इसके बाद तीर्थ पुरोहित शांत हुए.
गंगोत्री तक वाहनों की लंबी कतारें लगीं
मंगलवार को भी उत्तरकाशी से लेकर गंगोत्री धाम तक 100 किमी के दायरे में जगह-जगह वाहन रोकने से जाम की स्थिति बनी रही. हालांकि गंगनानी से आगे सोनगाड़ और इससे आगे सुक्की झाला तक गेट सिस्टम से यात्री वाहन धीरे-धीरे करके गंगोत्री की ओर से बढ़े. मंगलवार तड़के 3 बजे को गंगोत्री धाम से यात्री वाहनों को उत्तरकाशी के लिए छोड़ा गया. इसी तरह नीचे भटवाड़ी, गंगनानी, सोनगाड़, सुक्की, झाला, हर्षिल आदि जगहों पर फंसे यात्री वाहनों को सुबह छह-सात बजे गंगोत्री के लिए भेजा गया.