IndiGo अनोखी विमानन कंपनी, सस्ती सेवा नहीं

प्रमुख विमानन कंपनी इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी पीटर एल्बर्स ने आज कहा कि इंडिगो एक अनोखी विमानन कंपनी है और इसे सस्ती विमानन सेवा (एलसीसी) के तौर पर पेश नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कंपनी ने ऐसे तमाम उपाय किए हैं जो कोई सस्ती विमानन सेवा नहीं कर सकती है.
एल्बर्स ने कापा इंडिसा एविएशन समिट 2024 में कहा, ‘क्या इंडिगो कोई पारंपरिक विमानन सेवा है? हम दिल्ली और मुंबई के बीच रोजाना 20 उड़ान भरते हैं. क्या कोई पारंपरिक विमानन सेवा ऐसा करती है? हमारे पास को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड है. कोड साझेदारी के लिए हमारे 8 साझेदार हैं और परसों हमने जापान एयरलाइंस के साथ कोड साझेदारी करार पर हस्ताक्षर किए हैं. क्या यह सब कोई पारंपरिक विमानन सेवा कर सकती है?’
कोड साझेदारी करार होने पर विमानन कंपनियां एक दूसरे को अपनी उड़ानों की सीटें बेच सकती हैं. इंडिगो ने 9 विमानन कंपनियों के साथ कोड साझेदारी कर रखी है जिनमें तुर्की एयरलाइन, कतर एयरवेज, अमेरिकन एयरलाइंस, एयर फ्रांस-केएलएम और क्वांटास एयरलाइन शामिल हैं.
एल्बर्स ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि हम एक सामान्य विमान सेवा से आगे निकल चुके हैं. अगर ऐसा कुछ है तो अब वह बीते दिनों की बात हो चुकी है. भारत और इंडिगो पर गौर करने से मुझे नहीं लगता कि हमें किसी तरह के लेबल की जरूरत है. भारत एक अनोखा देश और बाजार है. इंडिगो अनोखी विमानन कंपनी है और हमने उस तरीके से विकास किया है जैसे होना चाहिए.’
एल्बर्स ने कहा, ‘इसलिए ए321एक्सएलआर और वाइडबॉडी विमान के ऑर्डर आदि हमारी उसी रणनीति का हिस्सा हैं.’ ए321एक्सएलआर की रेंज ए320नियो और बी737 जैसे सामान्य नैरोबॉडी विमान से अधिक है. वाइडबॉडी विमानों में ईंधन टैंक बड़ा होता है. इसलिए इन विमानों का उपयोग भारत-अमेरिका और भारत-यूरोप जैसे लंबी दूरी वाले मार्गों पर होता है. देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने हाल ही में अपने विमानों में बिजनेस क्लास की सुविधा शुरू करने की घोषणा की थी. फिलहाल उसके सभी 370 विमानों में केवल इकॉनमी क्लास की सीटें हैं. पिछले साल जून में उसने 500 ए320नियो श्रेणी के विमानों का ऑर्डर दिया था जो दुनिया का सबसे बड़ा विमान ऑर्डर था. इस साल अप्रैल में उसने 30 ए350 वाइडबॉडी विमानों के लिए एक अन्य ऑर्डर दिया है. विमानन कंपनी अपने बढ़ते क्षेत्रीय परिचालन के लिए कथित तौर पर 100 अन्य विमानों के लिए एटीआर से बातचीत कर रही है.