अकसर महिलाएं सिर में तेल मालिश को ही बालों का रखखाव समझ लेती हैं, जबकि ऐसा नहीं है. बालों की खूबसूरती के लिए जरूरी है कि इनकी नियमित देखभाल की जाए और हेयर कट इस देखभाल का एक अहम हिस्सा है. असल में हमारे बाल प्राकृतिक प्रोटीन से बने होते हैं, जो समय के साथ खत्म होता रहता है, जिससे बालों की गुणवत्ता पर असर पड़ता है. इसलिए जरूरी है बालों की लंबाई, मोटाई और टेक्सचर के अनुसार नियमित अंतराल पर उनकी ट्रिमिंग करवाई जाए. पर, सवाल यह है कि कितने अंतराल पर बालों की ट्रिमिंग करवानी चाहिए, तो जवाब ये है
● छोटे बालों की ट्रिमिंग शार्ट हेयर कट शुरुआती दो हफ्तों तक तो खूबसूरत लगता है, पर ज्यों-ज्यों बाल बढ़ने लगते हैं अटपटे से लगने लगते हैं. अपने हेयर स्टाइल को बरकरार रखने के लिए दो से चार हफ्तों के बीच ट्रिमिंग करवाएं.
● कंधे तक के बाल इस लंबाई के बाल पोनिटेल और खुले, दोनों ही तरीकों से अच्छे लगते है. बस ख्याल रखें कि नीचे से बालों की लंबाई एक समान हो, ऊंचे-नीचे ना हों.
● लंबे बाल कब ट्रिम करवाएं आपको दोमुंहे बालों की समस्या ना हो इसके लिए कम-से-कम हर छह महीने के अंतराल पर उन्हें एक से दो इंच जरूर कटवा लें.
टेक्सचर भी है महत्वपूर्ण
बालों की मोटाई या पतलापन भी यह बताता है कि कितने समय बाद हेयर कट करवा लेना चाहिए. उदाहरण के लिए मोटे और घने बाल जल्दी खराब नहीं होते, लेकिन पतले बालों का ज्यादा रखरखाव करने की जरूरत पड़ती है. इसी प्रकार घुंघराले बालों को नियमित कटिंग की कुछ खास जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि वह लगभग एक ही तरह के स्टाइल में बने रहते हैं. यदि आपको लगे कि बाल अपना आकार और स्टाइल खोते जा रहे हैं, तो फौरन उन्हें ट्रिम करा लें. इसके विपरीत सीधे बालों को हर एक या दो माह के अंतराल पर ट्रिम करा लेना चाहिए, ताकि उनकी खूबसूरती बनी रहे.
स्टाइल रहेगा संवरा
आपके हेयर स्टाइल के हिसाब से भी नियमित ट्रिमिंग जरूरी होती है. जैसे कि लेयरिंग वाले हेयर कट शुरू में तो बेहद आकर्षक लगते हैं, लेकिन ध्यान न देने पर ऊंचे-नीचे बढ़ने लगते हैं, जो अटपटे लगते हैं. लिहाजा दो महीने में इन्हें फिर से ट्रिम करा लेना चाहिए. ऐसे ही बैंग्स को हर महीने ट्रिम जरूर कराना चाहिए, ताकि बाल आंखों के ऊपर ही रहें.
समझें ये संकेत
बाल भी अपने आप बता देते हैं कि अब उन्हें छंटाई की जरूरत है. बस आपको ये संकेत समझने आने चाहिए जैसे-
● दोमुंहे बाल बढ़ना बंद कर दें और धीरे-धीरे स्वस्थ बालों की गुणवत्ता भी खराब होने लगें.
● प्राकृतिक रूप से घुंघराले बाल जब अपने आप सीधे होने लगें या बाल बहुत उलझने लगें. दोमुंहे बाल बढ़ कर बालों के ऊपरी हिस्से तक आ जाएं.
● बाल रूखे व बेजान लगने लगें या शैंपू के बाद भी बाल चिपचिपे लगें.