अभी संक्रमण का पता लगाने के लिए कई टेस्ट कराने पड़ते हैं और कई दिन लग जाते हैं. लेकिन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने ऐसा टेस्ट विकसित किया है जिसमें कोविड, एनफ्लुएंजा और आरएसवी (सांस संबंधी बीमारी) की जांच एक साथ हो सकेगी.
आईसीएमआर के महानिदेशक एवं स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव डॉ. राजीव बहल के अनुसार हमने लोगों में अक्सर होने वाले सात किस्म के संक्रमणों को चिह्नित किया है. इनमें से प्रत्येक के छह या सात प्रचलित वायरस या संक्रमणों की जांच के लिए एक टेस्ट विकसित किया जाएगा. आईसीएमआर शोधकर्ता कंपनियों से सेवन सिंड्रोम कहे जाने वाले सात प्रमुख संक्रमणों के टेस्ट विकसित करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित करेगा. इसमें उन्हें तकनीकी मदद प्रदान की जाएगी. डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि बीमारियों को एक टेस्ट में शामिल किया जाएगा. विदेशों की तुलना में हम जो टेस्ट विकसित करेंगे वे किफायती होंगे.
सिर्फ 250 रुपये का खर्च
डॉ. बहल के अनुसार आईसीएमआर ने एक टेस्ट से तीन बीमारियों की जांच विकसित की है. अब एक कंपनी इसे बाजार में लाने जा रही है. कोविड की जांच की लागत 250 रुपये है. दूसरे टेस्ट और भी महंगे हैं. लेकिन अब 250 रुपये में ये तीन जांच हो जाएंगी.