
चिकनगुनिया को रोकने के लिए एकल खुराक वाला टीका तीसरे चरण के पहले परीक्षण में सुरक्षित और इस बीमारी के खिलाफ मजबूत रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित करने वाला पाया गया है.
‘द लांसेट’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, अनुसंधानकर्ता अभी यह पता नहीं लगा पाए हैं कि क्या फ्रांसीसी बायोटेक कंपनी वालनेवा द्वारा विकसित वीएलए1553 टीका बाद में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से बचाता है या नहीं. इस अध्ययन को उन क्षेत्रों में नहीं किया गया है, जहां चिकनगुनिया महामारी है.
उम्रदराजों को खतरा अधिक उन्होंने कहा, परिणामों ने टीकाकरण के बाद एंटीबॉडी स्तरों की अच्छी मौजूदगी दिखाई है, जो चिकनगुनिया का प्रकोप फिर से सामने आने की आशंका के मद्देनजर महत्वपूर्ण है. अधिक उम्र के लोगों में चिकनगुनिया से मौत का खतरा अधिक होता है.