
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार को कहा कि भारतीय वायु सेना एक उच्च-प्रौद्योगिकी आधारित युद्ध लड़ने की चुनौतियों समेत समग्र सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए भविष्य में हमेशा तैयार रहने के लिए कदम उठा रही है.
मुर्मु ने वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित करते हुए कहा कि थल, जल और वायु क्षेत्र में रक्षा संबंधी तैयारियों के लिए प्रौद्योगिकी को तीव्र गति से आत्मसात करने की क्षमता आवश्यक होगी. उन्होंने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान और चिनूक हैवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर को शामिल करके भारतीय वायु सेना का आधुनिकीकरण उसकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करता है. संकट के दौरान भारतीय वायुसेना द्वारा की गई मानवीय सहायता और आपदा राहत उपायों पर राष्ट्रपति ने कहा कि काबुल में फंसे 600 से अधिक भारतीयों और अन्य नागरिकों को निकालने के लिए सफल निकासी अभियान उच्च क्षमताओं का प्रमाण है.