
प्रकृति के पास रहने वाले लोग अक्सर खुशमिजाज होते हैं. एक नए शोध में दावा किया गया है कि जो लोग हरी-भरी जगहों यानी पेड़-पौधे या पार्कों के पास रहते हैं, उनकी उम्र सामान्य जगहों पर रहने वालों की अपेक्षा ढाई साल तक बढ़ जाती है. यह अध्ययन साइंस एडवांसेज नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, यदि आप लंबे समय तक अधिक हरियाली का अनुभव करते हैं तो उम्र में वृद्धि होती है. प्रकृति इंसान के शरीर को कैसे प्रभावित करती है, इस पर अधिक जानकारी जुटाने के लिए अध्ययन किया गया.
शरीर में होते हैं जैविक परिवर्तन नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर लिफांग होउ ने कहा, अध्ययन से पता चला है कि हरे-भरे स्थान के पास रहने से शरीर में जैविक परिवर्तन होते हैं. इनको रक्त में पता लगाया जा सकता है.
ऐसे लगाया गया पता अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों से 20 वर्ष की अवधि में उम्र से संबंधित जैविक परिवर्तनों के आंकड़े जुटाए गए. इस दौरान डीएनए का उपयोग कर उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से जुड़े जीन पर ध्यान दिया गया. फिर आणविक स्तर पर जैविक उम्र मापा गया. पार्क से सटे निवासियों में लंबी उम्र देखी गई.
बीमारियों का खतरा कम
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि हरियाली का मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी व्यापक असर देखने को मिला. जिन चार शहरों में हरे-भरे स्थान मिले, वहां कैंसर, हृदय रोग एवं अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा कम पाया गया. इन बीमारियों से व्यक्ति की जैविक उम्र धीमी हो सकती है.
उपग्रह इमेजिंग का उपयोग शोध प्रमुख केइजू किम ने कहा, प्राकृतिक स्थानों का आकलन करने के लिए उपग्रह इमेजिंग का उपयोग किया.