छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में CA स्टूडेंट्स को मिली सौगात, वर्ल्ड क्लास सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए 5 एकड़ जमीन देने की घोषणा

रायपुर। राजधानी रायपुर में सीए स्टूडेंट नेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में पहुंचे। रायपुर शाखा के अध्यक्ष रवि ग्वालानी ने बताया कि रविवार को इस नेशनल कांफ्रेंस का आखिरी दिन है और मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उपस्थित हुए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर में कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए ‘वर्ल्ड क्लास सेंटर ऑफ एक्सीलेंस‘ की स्थापना के लिए ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया‘ को पांच एकड़ जमीन देने की घोषणा की है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना आईसीएआई द्वारा की जाएगी।

मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि किसी भी राज्य और देश की आर्थिक प्रगति में चार्टर्ड एकाउंटेट्न्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट व्यापार, व्यवसाय और उद्योग के आईने की तरह होते हैं, जो उनकी वास्तविक आर्थिक स्थिति को दिखाने का काम करते हैं और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मार्गदर्शन देकर अपना योगदान देते हैं। अधिवेशन के दौरान इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों द्वारा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी क्षेत्र की प्रगति के लिए उसके लिए अच्छा वातावरण तैयार करने की जरूरत होती है। आईसीएआई नवा रायपुर में वर्ल्ड क्लास इंस्टिट्यूट बनाना चाहता है, इसके लिए राज्य सरकार जमीन देगी।

चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए अच्छी संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजी से आगे बढ़ते छत्तीसगढ़ राज्य में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए अच्छी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार की नीतियों से छत्तीसगढ़ में पिछले पौने पांच वर्षाें में कृषि, उद्योग, व्यापार के क्षेत्र में उत्साहजनक वातावरण निर्मित हुआ है। राज्य सरकार की नई उद्योग नीति से नए-नए उद्योग धंधे प्रारंभ हुए हैं। खेती-किसानी आज छत्तीसगढ़ में लाभ का व्यवसाय बन गया है। पिछले पौने पांच वर्षों में प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या 12 लाख से बढ़कर 26 लाख हो चुकी है। खेती का रकबा 22 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 32 लाख हेक्टेयर हो गया है। समर्थन मूल्य पर पहले जहां 55 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी होती थी, वहीं इस वर्ष हमने 107 लाख मेट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह स्वास्थ और शिक्षा के क्षेत्र में भी राज्य सरकार द्वारा नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिजली की खपत सबसे ज्यादा है, यहां 2200 यूनिट प्रति व्यक्ति बिजली क बिजली की खपत हो रही है। बिजली की मांग 4100 मेगावाट से बढ़कर 5800 मेगावाट हो गई है। बिजली की खपत में बढ़ोत्तरी छत्तीसगढ़ की आर्थिक प्रगति का द्योतक है। कोरोना काल में जब सभी जगह आर्थिक मंदी का प्रभाव था, छत्तीसगढ़ इससे अछूता रहा। उद्योग, व्यापार सहित सभी सेक्टरों में उन्नति हुई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि राज्य के लोगों के चेहरे की मुस्कान है। लोगों के सपनों को उड़ान देने की जिम्मेदारी सरकार की होती है। राज्य सरकार इसके लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि व्यापार और व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए नवा रायपुर में 1000 एकड़ में एशिया के सबसे बड़े होल सेल मार्केट की स्थापना की जाएगी।

अच्‍छे काम में हमेशा तकलीफें आएंगी हार नहीं मानें

नेशनल कांफ्रेंस के पहले दिन पूर्व चीफ जस्टिस रमेश सूरजमल गर्ग सीए स्टूडेंट नेशनल कांफ्रेंस में शामिल हुए। पूर्व चीफ जस्टिस ने कांफ्रेंस में कहा, रावण जब माता सीता का हरण करके ले जा रहा था, तब रास्ते में जटायू ने उसे रोकने की कोशिश की। जटायू ने आखिरी दम तक हार नहीं मानी और लड़ते रहा। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी भी अच्छे काम में हमेशा परेशानी आती है.लेकिन हमें परेशानियों से घबराना नहीं चाहिए और कोशिश लगातार करते रहना चाहिए।

जस्टिस गर्ग ने सीए विद्यार्थियों के साथ अपने जीवन से जुड़े कई रोचक तथ्य साझा किए। उन्होंने सभी बच्चों को खूब मोटिवेट किया और कहा की कभी भी जीवन में घबराना मत। उन्होंने कहा कि हम कहते है कि ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है। जीवन में कठिन से कठिन परिस्थिति में भी हमें ईमानदार और सच्चा बना रहना चाहिए। ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ पालिसी नहीं ओनली पालिसी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जबसे वो रिटायर हुए हैं जस्टिस के पद से, उसके बाद यह पहली बार है की वो किसी कार्यक्रम में संबोधित करने रायपुर आए।

इसका आयोजन इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स आफ इंडिया की रायपुर, भिलाई एवं बिलासपुर शाखा द्वारा मिलकर किया जा रहा है। रायपुर शाखा के अध्यक्ष रवि ग्वालानी, सचिव विकास गोलछा ने बताया कि पहले दिन 1500से ज्यादा छात्र उपस्थित हुए। कार्यक्रम में जीएस अग्रवाल, एमएम उपाध्याय, किशोर बरडिया सहित बहुत से लोग उपस्थित थे।

सीए बनने से आगे भी सोचना है

सूरत से आए जय छेड़ा ने कहा कि हमको सिर्फ सीए बनने तक ही नहीं सोचना है, उसके आगे भी सोचना है कि सी ए बनने के बाद हमको क्या करना है। सोच बड़ी रखनी चाहिए इसके लिए अपनी काबिलियत को पहचानो। राहुल बत्रा ने बताया कि बच्चों को पांच मिनट थेरेपी करनी चाहिए।जिससे स्ट्रेस मैनेजमेंट एवम इमोशनल मैनेजमेंट का संतुलन करना चाहिए। रिद्धि जैन ने क्रिप्टोक्रेंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में जानकारी दी।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button