स्वदेशी होगी 251 फीट ऊंची श्रीराम की प्रतिमा
अयोध्या में लगने वाले नोएडा के स्वदेशी राम विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. यहां पर दुनिया की अब तक की सबसे ऊंची 251 मीटर ऊंची भगवान राम की प्रतिमा लगेगी और यह पूरी तरह से स्वदेशी होगी, जिसमें किसी भी विदेशी सामान का कोई प्रयोग नहीं होगा और उसका पूरा निर्माण नोएडा तथा अयोध्या में होगा.
राम मंदिर के उद्घाटन का काम पूरा होने के बाद इस मूर्ति के निर्माण का काम प्रारंभ होगा. कार्य प्रारंभ होने के बाद इसे पूरा होने में चार साल का समय लगेगा. भगवान राम की मूर्ति के प्रारूप को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वीकृत कर चुके हैं. इस मूर्ति का निर्माण करने वाले पद्मभूषण से विभूषित मूर्तिकार राम सुतार और उनके बेटे अनिल सुतार ने बताया कि इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी वार्ता हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह मूर्ति पूरी तरह से स्वदेशी हो, जिसको ध्यान में रखते हुए तय किया गया है कि यह मूर्ति पूरी तरह से स्वदेशी होगी. इसका कोई भी अंश विदेश में नहीं बनेगा और न ही विदेश में इसके किसी हिस्से की ढलाई होगी. मुख्यमंत्री से हुई वार्ता में उन्होंने कहा है कि राम मंदिर के उद्घाटन के बाद इस मूर्ति के निर्माण का काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि मूर्ति के लिए करीब 80 से 100 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी, जिसे प्रदेश सरकार चिह्नित कर चुकी है और शीघ्र ही इसका आवंटन कर दिया जाएगा.
अयोध्या में बनने वाली यह मूर्ति विश्व रिकॉर्ड बनाएगी. अब तक चीन में स्थित गौतम बुद्ध की मूर्ति विश्व में सबसे ऊंची है. उसकी ऊंचाई 208 मीटर है, लेकिन अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति 251 मीटर ऊंची होगी. इसमें 20 मीटर ऊंचा चक्र होगा. मूर्ति 50 मीटर ऊंचे बेस पर खड़ी होगी. बेस के नीचे ही भव्य म्यूजियम होगा, जहां तकनीक के जरिए भगवान विष्णु के सभी अवतारों को दिखाया जाएगा. यहां डिजिटल म्यूजियम, फूड प्लाजा, लैंड स्केपिंग आदि भी बनाई जाएगी.
अयोध्या में लगने वाली यह राम वी सुतार द्वारा निर्मित तीसरी प्रतिमा होगी. इससे पहले वह अयोध्या के सरयू तट पर स्थित स्वर कोकिला लता मंगेशकर चौक पर 40 फीट लंबी वीणा को स्थापित कर चुके हैं. करीब 14 टन वजन की इस वीणा का निर्माण भी नोएडा में ही मूर्तिकार रामसुतार द्वारा किया गया था. यह देश की पहली सबसे बड़ी एवं विशाल वीणा प्रतिमा है. इसके अलावा अयोध्या के कुबेर टीला पर स्थापित की गई जटायु प्रतिमा का निर्माण भी उन्होंने ही किया है. यह जटायु 20 फुट चौड़ा, आठ फुट ऊंचा और तीन टन से अधिक वजन का है.
नोएडा के सेक्टर-19 निवासी मूर्तिकार राम सुतार का सेक्टर-63 में स्टूडियो है. वह अब तक 1,500 से अधिक मूर्तियों को डिजाइन कर चुके हैं. सुतार की कलात्मक शिल्प साधना के लिए उन्हें पद्मश्री एवं पद्मभूषण तथा टैगोर कल्चरल सम्मान सहित मंगोलियन सरकार से भी सम्मान प्राप्त हो चुका है. राम वी सुतार ने ही गुजरात में स्टेच्यू आफ यूनिटी का निर्माण किया है.