भारत जोड़ो न्याय यात्रा वैचारिक, चुनावी नहीं कांग्रेस
कांग्रेस ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत से एक दिन पहले शनिवार को दावा किया कि यह यात्रा चुनावी नहीं, बल्कि वैचारिक यात्रा है. यह पिछले 10 साल के अन्याय काल के खिलाफ निकाली जा रही है.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने यह भी कहा कि आज देश के सामने एक ऐसी विचारधारा की चुनौती है जो ध्रुवीकरण, अमीरों को और अमीर बनाने तथा राजनीतिक तानाशाही में विश्वास करती है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि देश में अब लोकतंत्र कम, एक तंत्र ज्यादा है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, पहले कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी, जो देश की राजनीति के लिए परिवर्तनकारी क्षण लेकर आई. पहला कदम भारत जोड़ो यात्रा था और दूसरा कदम भारत जोड़ो न्याय यात्रा है.
जयराम रमेश ने दावा किया, आजकल सरकार देश को अमृतकाल के सुनहरे सपने दिखा रही है, जबकि हकीकत यह है कि पिछले 10 साल अन्याय काल निकले. अन्याय काल की कोई बात नहीं होती, सिर्फ अमृतकाल की बड़ी-बड़ी बातें होती हैं. उनका कहना था कि यह यात्रा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय के खिलाफ है.
खड़गे दिखाएंगे हरी झंडी
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 14 जनवरी को इंफाल के निकट से यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस यात्रा को आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में होने की संभावना है. यात्रा में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी भी शामिल हो सकते हैं. यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों से होकर गुजरेगी
मणिपुर सरकार ने कई पाबंदियां लगाईं
मणिपुर सरकार ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कि जाने से जुड़े कार्यक्रम पर पाबंदियां लगाते हुए कहा है कि यह कार्यक्रम एक घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए और इसमें भाग लेने वालों की अधिकतम संख्या 3,000 हो. थोबल उपायुक्त कार्यालय ने 11 जनवरी को अनुमति आदेश जारी किया था.