कारोबार वीजा में देरी पर मंथन

भारत ने बैठक में अमेरिका से एच1बी वीजा के नवीनीकरण का मुद्दा भी उठाया
भारत ने अमेरिका के सामने कारोबार वीजा जारी करने में देरी का मुद्दा उठाया है. व्यापार नीति मंच (टीपीएफ) की बैठक में घरेलू कारोबारों को समय पर वीजा मिलने में आ रही दिक्कतों पर भारत ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका से इस प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की है.
भारत ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित टीपीएफ की 14वीं बैठक में ये मुद्दा उठाया. बैठक की सह-अध्यक्षता अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन तेई और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने की. बैठक के बाद वाणिज्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि दोनों देशों ने स्वीकार किया कि दोनों देश आपस में पेशेवर और कुशल श्रमिकों, छात्रों, निवेशकों और व्यापारिक आगंतुकों की आवाजाही द्विपक्षीय आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को बढ़ाने में अहमद योगदान देते हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि भारत ने अमेरिका से भारतीय एच1बी वीजाधारकों के लिए वीजा का नवीनीकरण अमेरिका में ही करने की स्थायी व्यवस्था बनाने की मांग की है ताकि पेशेवरों को इसके लिए भारत नहीं आना पड़े. उन्होंने बताया कि अमेरिका में फिलहाल इस व्यवस्था के तहत ‘स्टेट साइड’ सुविधा प्रयोग के तौर पर चल रही है. केंद्र ने इस व्यवस्था को स्थायी करने की मांग की है.
भारत को अनुमोदित संधि देश की मान्यता मिले भारत ने अमेरिका से कहा है कि वह भारत को ई1 और ई2 वीजा के लिए अनुमोदित संधि देश के रूप में मान्यता दे. ये वीजा व्यापारियों और निवेशकों के लिए जारी होता है. फिलहाल भारत इस वीजा के लिए अमेरिका का संधि देश नहीं है. बैठक में दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गैर-शुल्क बाधाओं को कम करने के लिए एक तंत्र स्थापित करने पर सहमत हुए हैं. भारतीय पक्ष ने झींगे की एक किस्म श्रिम्प के निर्यात पर अमेरिका में लगा प्रतिबंध हटाने की भी मांग की क्योंकि इससे मछुआरों और निर्यात पर असर पड़ रहा है.