
कोडरमा. वन विभाग ने झारखंड के कोडरमा में गिद्धों के लिए भोजनालय बनवाया है. यहां गिद्धों को पशुओं के अवशेष परोसे जाएंगे. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शव हानिकारक दवाओं से मुक्त है. प्रोटोकॉल तैयार होते ही रेस्तरां शुरू हो जाएगा.
वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह ने कहा, गिद्ध रेस्तरां उनकी घटती आबादी को बढ़ाने का प्रयास है. यहां बांस की बाड़ लगाई गई है, ताकि कुत्ते या सियार प्रवेश न करें. यहां पहले गिद्ध बहुतायत में पाए जाते थे. प्रतिबंधित दवा डाइक्लोफेनाक के कारण गिद्धों की संख्या कम होने लगी है. यह दवा सूजन और बुखार के लक्षणों के इलाज के लिए पशुओं को दी जाती थी. डाइक्लोफेनाक से गिद्धों के गुर्दे खराब हो जाते हैं और वे मर जाते हैं. इसके इस्तेमाल से कोडरमा में यह पक्षी लगभग गायब हो गये थे.