कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है. इसके तहत अब उन सेवानिवृत्त कर्मियों को भी चिकित्सा सेवा का लाभ मिलेगा, जो वेतन सीमा अधिक होने की वजह से ईएसआई योजना से बाहर हो गए थे. इस प्रस्ताव को हाल में हुई ईएसआईसी बैठक में मंजूरी दे दी गई है.
इन्हें मिलेगा फायदा ईएसआईसी के अनुसार, इसका फायदा उन कर्मचारियों को मिलेगा, जो एक अप्रैल 2012 के बाद कम से कम पांच वर्षों तक ईएसआई योजना में शामिल रोजगार में थे और एक अप्रैल 2017 को या उसके बाद 30,000 रुपये प्रति माह तक वेतन के साथ सेवानिवृत्त हुए थे या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी. ऐसे कर्मचारियों को नई योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा.
बैठक में आयुष 2023 पॉलिसी लाने का फैसला भी किया गया. यह पॉलिसी सभी ईएसआईसी केंद्रों पर लागू की जाएगी. इसके अंतर्गत ईएसआईसी हॉस्पिटलों में पंचकर्म, क्षरा सूत्र और आयुष यूनिट खोली जाएंगी.
कर्मचारियों को ऐसे होगा फायदा
सेवानिवृत्त कर्मचारी और स्थायी रूप से दिव्यांग बीमाकृत व्यक्ति और उसके जीवनसाथी को 120 रुपए के वार्षिक प्रीमियम पर चिकित्सा देखरेख मिलेगी. बीमाकृत व्यक्ति और उसके परिवार के उपचार पर व्यय की कोई अधिकतम सीमा नहीं है.
ये हैं मौजूदा नियम
ईएसआई का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है, जिनकी मासिक आय 21 हजार या इससे कम होती है. वहीं शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए न्यूनतम वेतन सीमा 25,000 रुपये महीना है. इस योजना में कर्मचारी और नियोक्ता की ओर से योगदान किया जाता है.
150 से अधिक अस्पताल
इस योजना के तहत कर्मचारियों को ईएसआई कार्ड जारी किया जाता है. कर्मचारी ईएसआई डिस्पेंसरी या अस्पताल में मुफ्त इलाज प्राप्त कर सकते हैं. देशभर में ईएसआईसी के 150 से भी अधिक अस्पताल हैं, जहां सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों तक के इलाज की सुविधा उपलब्ध है.